बर्लिन, छह जून (भाषा) जर्मनी के एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को एक सर्वदलीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल से कहा कि उनका देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़ा है।
प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की भारत की नीति से मेजबान देश को अवगत कराया तथा परमाणु धमकी के आगे न झुकने के अपने संकल्प को रेखांकित किया।
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने यहां जर्मन संसद ‘बुंडेस्टैग’ की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष आर्मिन लाशेत और सांसद राल्फ ब्रिंकहॉस और ह्यूबर्टस हील से मुलाकात की।
लाशेत ने कहा, “भारतीय सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ आज की बातचीत के लिए आभारी हूं। जर्मनी और भारत के बीच एक विश्वसनीय साझेदारी है, खासकर वैश्विक सुरक्षा के मामले में। हमने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए क्रूर आतंकवादी हमले पर भी चर्चा की। मैं बहुत स्तब्ध हूं। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में जर्मनी, भारत के साथ खड़ा है।”
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “अब यह महत्वपूर्ण है कि संघर्षविराम बना रहे और बातचीत जारी रहे। शांति हम सभी के लिए जरूरी है।”
बर्लिन में भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने, “आतंकवाद को कतई बर्दाश्त न करने की भारत की नीति को व्यक्त किया तथा परमाणु धमकी के आगे न झुकने के अपने संकल्प को रेखांकित किया। नेताओं ने भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी में गति तथा वैश्विक शांति एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने में संयुक्त भूमिका का उल्लेख किया।”
भारतीय दल ने जर्मन संसद के उपाध्यक्ष ओमिद नूरीपुर के साथ भी सार्थक बातचीत की तथा आतंकवाद के विरुद्ध भारत के सैद्धांतिक रुख के प्रति बर्लिन के मजबूत एवं स्पष्ट समर्थन की सराहना की।
भारतीय मिशन ने कहा, “उन्होंने पहलगाम आतंकवादी हमले पर भारत की कड़ी प्रतिक्रिया से अवगत कराया और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी तथा सभी प्रकार के आतंकवाद को कतई बर्दाश्त न करने की भारत की नीति को दोहराया।”
यह प्रतिनिधिमंडल बृहस्पतिवार को बेल्जियम से यहां पहुंचा था।
जर्मनी में भारत के राजदूत अजीत गुप्ते ने नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया और प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को भारत व जर्मनी के संबंधों से अवगत कराया।
प्रसाद के अलावा इस प्रतिनिधिमंडल में डी पुरंदेश्वरी (भाजपा), प्रियंका चतुर्वेदी (शिवसेना), अमर सिंह (कांग्रेस), समिक भट्टाचार्य (भाजपा), एम थंबीदुरई (अन्नाद्रमुक), एम जे अकबर (भाजपा) और पूर्व राजनयिक पंकज सरन शामिल हैं।
भाषा प्रशांत सुभाष
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