मुंबई, छह जून (भाषा) महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की मौजूदगी में एक करोड़ रुपये से अधिक के इनामी 12 नक्सलियों ने शुक्रवार को हथियार डालकर आत्मसमर्पण कर दिया।
इस अवसर पर पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सलियों के आत्मसमर्पण से पता चलता है कि उनका इस गैरकानूनी आंदोलन पर से भरोसा उठ गया है।
राज्य के विदर्भ क्षेत्र में स्थित गढ़चिरौली देश के वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित क्षेत्रों में से एक है।
सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि फडणवीस ने महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित सुदूर कवांडे गांव का दौरा किया। वह इस सुदूर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं।
इस दौरान 12 खूंखार नक्सलियों ने अपने अत्याधुनिक हथियार डालकर आत्मसमर्पण कर दिया। मुख्यमंत्री ने उन्हें संविधान की एक प्रति भेंट की।
उन्होंने घोषणा की कि पिछले 18 महीनों में 28 माओवादी मारे गए, 31 गिरफ्तार हुए और 44 ने आत्मसमर्पण किया, जो एक रिकॉर्ड है।
उन्होंने घोषणा की, ‘मार्च 2026 तक नक्सलवाद का सफाया कर दिया जाएगा।’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी उपस्थिति में नक्सलियों का आत्मसमर्पण उनके (नक्सलियों के) साथियों के लिए एक संदेश है। उन्होंने कहा कि हथियार डालने वाले लोग मुख्यधारा में शामिल होना चाहते हैं और देश तथा संविधान के प्रति वफादार रहना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘नक्सलवाद की कमर टूट गई है। महाराष्ट्र में बहुत कम सक्रिय नक्सली बचे हैं। यह शेष विद्रोहियों के लिए संदेश है कि वे आत्मसमर्पण कर दें या कार्रवाई का सामना करें। उन्हें गिरफ्तार करके खत्म कर दिया जाएगा। यदि वे आत्मसमर्पण करते हैं तो सरकारी नीति के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा।’
फडणवीस ने सामूहिक विवाह समारोह में 13 पूर्व नक्सलियों के विवाह बंधन में बंधने पर खुशी जताई।
भाषा
शुभम सुरेश
सुरेश