25.5 C
Jaipur
Saturday, August 2, 2025

जर्मनी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता के साथ खड़ा है: जर्मन विदेश मंत्री

Newsजर्मनी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता के साथ खड़ा है: जर्मन विदेश मंत्री

(तस्वीर के साथ)

बर्लिन, सात जून (भाषा) जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वेडफुल ने भारत के संसदीय प्रतिनिधिमंडल से कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में यह यूरोपीय देश अपना मजबूत समर्थन दोहराता है और एकजुटता के साथ खड़ा है।

वेडफुल ने पाकिस्तान की परमाणु धमकी के आगे न झुकने के नयी दिल्ली के संकल्प को भी रेखांकित किया।

यूरोपीय देश के दौरे पर गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुये आतंकवादी हमले के आलोक में जर्मन राजनीतिक और कूटनीतिक नेतृत्व को आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने के भारत के रुख से अवगत कराया। पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे।

भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार शाम को मंत्री वेडफुल से मुलाकात की।

भारतीय दूतावास ने यहां ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में कहा, ‘‘विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ हालिया बैठक के बाद वेडफुल ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को जर्मनी का मजबूत समर्थन होने और एकजुटता के साथ खड़े होने की बात दोहराई।’’

इसमें कहा गया कि दोनों पक्षों ने बहुआयामी भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत एवं प्रगाढ़ बनाने के तरीकों पर चर्चा की तथा साझा लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

बैठक के बाद प्रसाद ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘हमने लोकतंत्र, मानवता और मानवाधिकारों के प्रति आतंकवाद के खतरे को रेखांकित किया तथा पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर गंभीर चिंता व्यक्त की। सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता बताते हुए, हमने इस बात पर जोर दिया कि लोकतांत्रिक देशों को इस खतरे का मुकाबला करने के लिए एकजुट होना चाहिए।’’

इससे पहले दिन में, प्रतिनिधिमंडल ने यहां जर्मन संसद ‘बुंडेस्टैग’ की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष आर्मिन लाशेत और सांसद राल्फ ब्रिंकहॉस और ह्यूबर्टस हील से मुलाकात की।

लाशेत ने कहा, ‘‘आज भारतीय सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत के लिए आभारी हूं। जर्मनी और भारत के बीच भरोसेमंद साझेदारी है, खास तौर पर वैश्विक सुरक्षा के मामले में। हमने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए क्रूर आतंकवादी हमले पर भी चर्चा की। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में जर्मनी भारत के साथ खड़ा है।’’

उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अब यह महत्वपूर्ण है कि संघर्ष विराम कायम रहे और बातचीत जारी रहे। शांति हम सभी के लिए जरूरी है।’’

भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि प्रतिनिधिमंडल के नेताओं ने ‘‘भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी को गति देने और वैश्विक शांति एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने में संयुक्त भूमिका पर जोर दिया।’’

भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने जर्मन संसद के उपाध्यक्ष ओमिद नूरीपुर के साथ भी सार्थक बातचीत की तथा आतंकवाद के विरुद्ध भारत के रुख के प्रति बर्लिन के मजबूत एवं स्पष्ट समर्थन की सराहना की।

भारतीय मिशन ने कहा, ‘‘उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले पर भारत की सख्त प्रतिक्रिया से अवगत कराया और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी तथा आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति को दोहराया।’’

भारत के रुख से अवगत कराने के लिए प्रतिनिधिमंडल बृहस्पतिवार को बेल्जियम से यहां पहुंचा था।

भाषा सुभाष रंजन

रंजन

Check out our other content

Check out other tags:

Most Popular Articles