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Saturday, July 12, 2025

राहुल और कांग्रेस ने महाराष्ट्र चुनाव को ‘मैच फिक्सिंग’ कह अपनी विश्वसनीयता खो दी है : शिंदे

Newsराहुल और कांग्रेस ने महाराष्ट्र चुनाव को ‘मैच फिक्सिंग’ कह अपनी विश्वसनीयता खो दी है : शिंदे

ठाणे, सात जून (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा 2024 के राज्य विधानसभा चुनावों को ‘‘मैच फिक्सिंग’’ करार देने को लेकर शनिवार को निशाना साधा।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया कि 2024 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव ‘‘लोकतंत्र में धांधली का ब्लूप्रिंट’’ था। उन्होंने कहा कि यह ‘‘मैच फिक्सिंग’’ अब बिहार में भी दोहराई जाएगी और फिर उन जगहों पर भी ऐसा ही किया जाएगा, जहां-जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हार रही होगी।

शिंदे ने पलटवार करते हुए कहा कि उनके आरोप निराधार हैं, समय की बर्बादी हैं तथा यह उस पार्टी की राय है जो देश की राजनीति में अपनी प्रासंगिकता खो चुकी है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की देश में कोई राजनीतिक विश्वसनीयता नहीं बची है, वे अब हताशा होकर आरोप लगा रहे हैं।

शिंदे के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘‘लोकसभा चुनाव से पहले भी उनकी भारत जोड़ो यात्रा महाराष्ट्र से होकर गुजरी थी, लेकिन लोगों ने उनका समर्थन नहीं किया। इसके बावजूद, झूठी बातें फैलाई गईं कि आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा, संविधान बदल दिया जाएगा। इसके कारण कुछ (विपक्षी) सांसद चुने गए। उस समय निर्वाचन आयोग कोई आपत्ति नहीं की थी।’’

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा)के गठबंधन ‘महायुति’ ने अपने अभियान की सावधानीपूर्वक योजना बनाई और आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया, जिसके परिणामस्वरूप लोगों ने राज्य चुनावों में उसे निर्णायक जनादेश दिया।

शिंदे ने कहा, ‘‘विदेश जाकर झूठा दावा करना कि आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा, देश को बदनाम करना और फिर उसी चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाना जिसे कभी स्वीकार किया गया था। यह पाखंड है। जनता सब देख रही है और वह इसे नहीं भूलेगी।’’

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के कदम आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में भी कांग्रेस की हार सुनिश्चित करेंगे।

अहिल्यानगर और ठाणे के कई दलों के कार्यकर्ताओं के शिवसेना में शामिल होने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में शिंदे ने शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा।

शिंदे ने दावा किया कि ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार एक ‘‘अप्रभावी और रुकी हुई’’ सरकार थी जो केवल लोगों और कार्यों को रोकने में विश्वास करती थी, जबकि महायुति सरकार विकास, प्रगति और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है।

पूर्व विधायक भानुदास मुरकुटे अपने समर्थकों के साथ शिवसेना में शामिल हो गए। करीब 700 शिवसेना (उबाठा) कार्यकर्ता भी शिंदे गुट में शामिल हो गए।

भाषा धीरज प्रशांत

प्रशांत

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