अमृतसर, आठ जून (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य के कमजोर और वंचित वर्गों के कल्याणा के लिए अथक प्रयास कर रही है।
मान ने यहां लाभार्थियों को ऋण माफी प्रमाण पत्र बांटने के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य की पिछली सरकारों ने अमीर लोगों के ऋण माफ कर दिए, लेकिन गरीबों के कल्याण के बारे में चिंता नहीं की।
उन्होंने कहा, ‘‘पंजाब के इतिहास में पहली बार यह राहत समाज के वंचित और कमजोर वर्गों को दी जा रही है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि 67.84 करोड़ रुपये की ऋण माफी योजना से पंजाब अनुसूचित जाति भूमि विकास एवं वित्त निगम (पीएससीएफसी) के ऋणधारकों के लगभग 4,800 परिवारों को लाभ मिला है।
पंजाब मंत्रिमंडल ने तीन जून को 4,000 से अधिक दलित परिवारों द्वारा पीएससीएफसी से लिए गए 67.84 करोड़ रुपये के ऋण को माफ करने को मंजूरी दे दी।
मान ने कहा कि यह माफी पीएससीएफसी द्वारा 31 मार्च, 2020 तक वितरित सभी ऋण लेने वालों को लाभान्वित करती है, जिससे अनुसूचित जाति और दिव्यांगजनों को महत्वपूर्ण राहत मिलती है।
मान ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा ‘शून्य देयता प्रमाण पत्र ’ (एनडीसी) जारी किए जाएंगे और 30 अप्रैल, 2025 तक की गणना के अनुसार मूलधन, ब्याज और दंडात्मक ब्याज सहित 67.84 करोड़ रुपये की पूरी राशि राज्य सरकार द्वारा पीएससीएफसी को वापस कर दी जाएगी।
भाषा धीरज प्रशांत
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