तिरुवनंतपुरम, एक जुलाई (भाषा) सरकारी चिकित्सकों के एक दल ने केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वी एस अच्युतानंदन की जांच की और उस निजी अस्पताल में उनके उपचार की समीक्षा की, जहां उन्हें दिल का दौरा पड़ने के बाद भर्ती कराया गया है।
मंगलवार को जारी नवीनतम मेडिकल बुलेटिन में कहा गया कि यहां सरकारी मेडिकल कॉलेज की सात सदस्यीय विशेषज्ञ टीम ने निजी अस्पताल का दौरा किया और वरिष्ठ नेता के उपचार की समीक्षा की।
इसमें कहा गया है कि सरकारी चिकित्सकों ने सरकार के विशेष दिशा निर्देशों के अनुसार अच्युतानंदन की स्वास्थ्य जांच की।
बुलेटिन में कहा गया है, ‘‘अच्युतानंदन की हालत गंभीर बनी हुई है।’’
नेता को वर्तमान में दी जा रही वेंटिलेटर सहायता, सीआरआरटी और एंटीबायोटिक्स जारी रखी जाएंगी, और जरूरत के अनुसार इनमें बदलाव किए जाएंगे।
इस बीच, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव एम ए बेबी ने सुबह अस्पताल में अच्युतानंदन का हालचाल लिया। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेता पर दवाओं का असर हो रहा है।
सूत्रों ने बताया कि अच्युतानंदन (101) को पिछले सप्ताह अस्पताल में भर्ती कराया गया था और विशेषज्ञ चिकित्सकों का एक दल गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में उनका इलाज कर रहा है। उनके स्वास्थ्य पर करीबी नजर रखी जा रही है।
केरल की राजनीति में कद्दावर नेता रहे अच्युतानंदन हाल के वर्षों में उम्र से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं और उन्होंने सार्वजनिक जीवन से काफी हद तक दूरी बना ली है।
वह उस समूह के अंतिम जीवित सदस्य हैं जिन्होंने 1964 में अविभाजित कम्युनिस्ट पार्टी में विभाजन के बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की स्थापना की थी।
सामाजिक न्याय और श्रमिकों के अधिकारों के लिए आजीवन अभियान चलाने वाले अच्युतानंदन 2006 से 2011 तक केरल के मुख्यमंत्री रहे थे।
भाषा गोला वैभव
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