बेंगलुरु, एक जुलाई (भाषा) कांग्रेस महासचिव और पार्टी के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश सरकार में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर विधायकों के साथ किसी तरह की रायशुमारी नहीं की गई है।
उन्होंने यह टिप्पणी इस मामले पर कांग्रेस की राज्य इकाई में आंतरिक कलह के मद्देनजर की है।
सुरजेवाला ने कहा कि वह विधायकों और सांसदों से उनके संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में किए गए कार्यों को समझने के लिए मुलाकात कर रहे हैं।
सुरजेवाला ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘आपमें से कुछ ने मुझसे पूछा कि क्या आप नेतृत्व परिवर्तन पर राय ले रहे हैं। मैंने कल भी जवाब दिया था और आज फिर दे रहा हूं–एक शब्द में स्पष्ट रूप से ‘नहीं’ है।’’
कांग्रेस महासचिव ने बताया कि उन्होंने पार्टी विधायकों, सांसदों, एमएलसी और विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ने वाले पार्टी उम्मीदवारों के साथ बैठक की।
उन्होंने यह भी कहा कि अगले सात से आठ दिनों में वह सभी विधायकों से मुलाकात करेंगे।
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘हम विधायकों और सांसदों से मिल रहे हैं। हम अपने विधायकों से यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्होंने पिछले दो वर्षों में अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में क्या काम किया है। उनके कामकाज की समीक्षा करना महत्वपूर्ण है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर मैं एक विधायक हूं, तो मैं यह सुनिश्चित करने के लिए बाध्य हूं कि लोगों के प्रति मेरी जवाबदेही और मेरे निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी के चुनावी वादे पूरे हों। इसलिए, मैं अपने विधायकों से अपना रिपोर्ट कार्ड देने के लिए कह रहा हूं।’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि विधायकों से ब्लॉक कांग्रेस कमेटी, विधानसभा कांग्रेस कमेटी की स्थिति और समय-समय पर उनकी पार्टी बैठकों की संख्या के बारे में भी पूछा जाएगा।
उन्होंने बताया, ‘‘हम उनसे (विधायकों से) यह भी पूछ रहे हैं कि उन्हें क्या कठिनाई पेश आ रही है या उनकी क्या आकांक्षा है। हर विधायक की कुछ आकांक्षाएं होती हैं या निर्वाचन क्षेत्र में कुछ और काम करने होते हैं।’’
सुरजेवाला ने कहा कि उनकी अकांक्षाओं से सरकार को अवगत कराया जाएगा और प्राथमिकता के आधार पर जो भी सबसे अच्छा किया जा सकता है, वो किया जाएगा।
कांग्रेस नेता ने कहा कि वह विधायकों के बाद मंत्रियों से मिलेंगे और समझेंगे कि उन्होंने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में क्या किया है।
वर्ष 2023 में जब कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनी थी, तो ऐसी अटकलें थीं कि सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार ढाई-ढाई साल के लिए राज्य का नेतृत्व करेंगे। हालांकि, ऐसे दावों (बारी-बारी से मुख्यमंत्री बनाए जाने) की पार्टी ने न तो पुष्टि की है और न ही इसे खारिज किया है। वर्तमान में सिद्धरमैया मुख्यमंत्री हैं और शिवकुमार उप मुख्यमंत्री हैं।
भाषा हक
हक दिलीप
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