भुवनेश्वर, एक जुलाई (भाषा) भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के सफाईकर्मियों समेत विभिन्न कर्मचारियों ने एक दिन पहले ड्यूटी पर मौजूद वरिष्ठ सहकर्मी पर कथित हमले को लेकर मंगलवार को ‘काम रोको’ आंदोलन शुरू किया।
दूसरी ओर, पुलिस ने मारपीट मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिससे गिरफ्तार लोगों की कुल संख्या पांच हो गई।
बीएमसी के सभी कर्मचारी काली पट्टी पहनकर आज सुबह कार्यालय पहुंचे और घटना में शामिल सभी लोगों की तत्काल गिरफ्तारी के साथ साथ कार्यालय में उनके लिए पर्याप्त सुरक्षा की मांग करते हुए ‘काम रोको’ आंदोलन शुरू किया।
बीएमसी की एक महिला कर्मचारी ने कहा, ‘जिस तरह से हमारे वरिष्ठ अधिकारी को सुरक्षा गार्डों की मौजूदगी के बावजूद कार्यालय से घसीटा गया और उनके साथ मारपीट की गई, उससे हम सभी स्तब्ध हैं और कार्यालय में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।’
बीएमसी आयुक्त राजेश प्रभाकर पाटिल ने कहा, ‘सोमवार को हमारे कार्यालय में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना से हमारे अधिकारी और कर्मचारी आहत हैं। वे इस घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, यह सुनिश्चित करने के लिए बीएमसी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने और कार्यालय परिसर में ‘प्रोटोकॉल’ बनाए रखने के लिए कदम उठाएगी।
कर्मचारियों ने घटना के सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
सफाई कर्मचारियों के ‘काम रोको’ आंदोलन के कारण सफाई कार्य बंद हो गए हैं और कचरा साफ नहीं हो पाया है।
इस बीच, पुलिस ने मारपीट के मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनकी पहचान भुवनेश्वर निवासी संजीव मिश्रा और सचिकांत स्वैन के रूप में हुई है। यहां कहरवेलनगर थाने में दर्ज मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इससे पहले, ओडिशा प्रशासनिक सेवा (ओएएस) के अधिकारियों के एक संघ ने अपने एक वरिष्ठ सहयोगी पर कथित हमले के खिलाफ ‘सामूहिक अवकाश’ पर जाने का फैसला मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के आश्वासन के बाद टाल दिया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
माझी ने आश्वासन दिया है कि वरिष्ठ अधिकारी पर कथित हमले में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ओडिशा प्रशासनिक सेवा संघ ने मंगलवार से ‘सामूहिक अवकाश’ पर जाने का आह्वान किया था।
ओएएस संघ के अध्यक्ष ज्योति रंजन मिश्रा द्वारा जारी बयान के अनुसार, ‘‘मुख्यमंत्री ने संघ को आश्वासन दिया है कि इस घटना में शामिल अपराधियों को कानून के सख्त प्रावधानों के अनुसार कड़ी सजा दी जाएगी, चाहे वे कितने भी प्रभावशाली क्यों न हों।’’
मिश्रा ने कहा कि माझी की अपील पर संघ ने छुट्टी पर नहीं जाने या ऐसा कोई कदम नहीं उठाने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, मुख्यमंत्री की अपील का सम्मान करते हुए एक जुलाई से सामूहिक अवकाश की घोषणा को वापस नहीं लिया जा रहा है बल्कि स्थगित किया जाता है।’’
भाषा जोहेब नरेश
नरेश