नयी दिल्ली, एक जुलाई (भाषा) एक बांग्लादेशी नागरिक निर्वासन के एक महीने से भी कम समय बाद उत्तर-पश्चिम दिल्ली के उसी इलाके में वापस आ गई जहां वह पहले रहती थी। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
वह हिंडन एयरबेस से एक विमान से त्रिपुरा भेजे गए 300 अवैध प्रवासियों में शामिल थी और उसके बाद निर्वासित की गयी थी।
अधिकारी ने बताया कि ट्रांसजेंडर और भिखारी सुहान खान (30) को छह लोगों के साथ 30 जून को शालीमार बाग में अवैध रूप से रहने के आरोप में पकड़ा गया था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, उसे सबसे पहले 15 मई को उत्तर-पश्चिम दिल्ली में पुलिस ने पकड़ा था और विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण अधिकारी के पास भेज दिया था।
एक पुलिस सूत्र के अनुसार, वह जून के पहले सप्ताह में हिंडन एयरबेस से अगरतला भेजे गए कई लोगों में से एक थी।
सूत्र ने बताया, ‘उन लोगों को त्रिपुरा की सीमा के रास्ते बांग्लादेश भेज दिया गया। हालांकि, सुहान ने मानसिक रूप से अशक्त होने का नाटक किया और कुछ दिनों तक सीमा क्षेत्र में घूमती रही। पतले रास्तों वाली सीमाओं का लाभ उठाकर वह रात के अंधेरे में फिर भारत में प्रवेश कर गई।’
सुहान अगरतला से दिल्ली में आनंद विहार रेलवे स्टेशन पहुंची और फिर उसी इलाके में पहुंच गयी जहां वह निर्वासित होने से पहले रहती थी।
पुलिस उपायुक्त (उत्तरपश्चिम) भीष्म सिंह ने कहा, ‘सुहान को छह लोगों के साथ 30 जून को पकड़ा गया। आरोपियों द्वारा बांग्लादेश में अपने परिजनों से संवाद करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले प्रतिबंधित मैसेजिंग ऐप वाले तीन स्मार्टफोन जब्त किए गए।’
उन्होंने कहा कि शालीमार बाग में भीख मांग रही सुहान सहित पांच ट्रांसजेंडर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था, जिसके दौरान उनके भारतीय नागरिक होने के दावे गलत पाए गए।
डीसीपी ने बताया कि भारत में अवैध रूप से रह रहे एक पुरुष और महिला को भी सुबह की जांच के दौरान उसी इलाके से पकड़ा गया।
भाषा
शुभम अविनाश
अविनाश