अहमदाबाद, एक जुलाई (भाषा) गुजरात के अहमदाबाद में एक सरकारी अस्पताल में ‘क्लिनिकल ट्रायल’ से प्राप्त 1.87 करोड़ रुपये की राशि का कथित तौर पर 15 चिकित्सकों ने गबन किया है। अनियमितताओं की जांच कर रहे एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
‘पीटीआई भाषा’ से बात करते हुए अधिकारी ने कहा कि सक्षम प्राधिकारियों से सहमति प्राप्त करने के बजाय चिकित्सकों ने सारा पैसा लेने के लिए समझौतों में वित्तीय वितरण प्रावधानों में बदलाव किया, जबकि नगर निगम द्वारा संचालित वीएस अस्पताल को चार वर्षों में किए गए 58 ‘क्लिनिकल ट्रायल’ से एक छोटी राशि प्राप्त हुई।
अधिकारी अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) द्वारा अप्रैल में गठित पांच सदस्यीय जांच समिति का हिस्सा हैं। समिति 2021 और 2025 के बीच वीएस अस्पताल में ‘क्लिनिकल ट्रायल’ से होने वाली आय में अनियमितताओं के आरोपों की जांच की।
जांच समिति ने हाल ही में अपनी अंतिम रिपोर्ट नगर निकाय को सौंप दी है।
अप्रैल में प्रारंभिक जांच के आधार पर एएमसी ने आठ चिकित्सकों के अनुबंध समाप्त कर दिए और एक चिकित्सक को निलंबित कर दिया, जो नागरिक निकाय द्वारा संचालित मेडिकल कॉलेज का एसोसिएट प्रोफेसर था।
एएमसी मेडिकल एजुकेशन ट्रस्ट (एमईटी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘वीएस अस्पताल से जुड़े 15 चिकित्सकों ने 2021 से अपने निजी बैंक खातों में 1.87 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए हैं। इनमें से एक चिकित्सक को निलंबित कर दिया गया है, आठ को बर्खास्त कर दिया गया है, एक पहले ही सेवानिवृत्त हो चुका है और पांच ने जांच शुरू होने से पहले ही नौकरी छोड़ दी थी।’
उन्होंने कहा कि इन चिकित्सकों को वसूली के नोटिस जारी किए गए हैं और इनमें से चार ने पहले ही छह लाख रुपये जमा करा दिए हैं।
भाषा
शुभम नरेश
नरेश