पटना, एक जुलाई (भाषा) बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं ने केंद्र में कांग्रेस के सत्ता में लौटने की स्थिति में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर प्रतिबंध लगाने की धमकी देने को लेकर मंगलवार को कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे की कड़ी आलोचना की।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे ने यह बयान आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले की उस टिप्पणी की पृष्ठभूमि में दिया है, जिसमें उन्होंने संविधान की प्रस्तावना से ‘पंथनिरपेक्ष’ और ‘समाजवादी’ शब्दों को हटाने की वकालत की थी।
कांग्रेस नेता की टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से प्रतिक्रिया व्यक्त किये जाने का अनुरोध किये जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘आरएसएस द्वारा की जाने वाली समाज सेवा कुछ ऐसी चीज है जिसे प्रियांक खरगे जैसे व्यक्ति कई जन्मों में ही समझ पाएंगे।’’
बिहार के बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सिंह ने यह भी कहा, ‘‘इंदिरा गांधी ने आरएसएस को दबाने की कोशिश की थी और अंततः उन्हें खुद ही हार का सामना करना पड़ा।’’
प्रियांक खरगे की टिप्पणी की पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी आलोचना की और कहा, ‘‘मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे से इससे बेहतर की उम्मीद नहीं की जा सकती।’’
पटना साहिब से सांसद प्रसाद ने कहा, ‘‘हालांकि, उन्हें अपनी बात पर ध्यान देना चाहिए और अपनी सीमाओं में रहना चाहिए।’’
भाषा राजकुमार सुभाष
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