प्रयागराज, एक जुलाई (भाषा) मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) की तीन सदस्यीय तथ्यान्वेषण समिति ने एमटेक के प्रथम वर्ष के छात्र कुलदीप श्रीवास्तव द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स व संचार अभियांत्रिकी विभाग के अध्यक्ष के खिलाफ लगाए गए उत्पीड़न के सभी आरोप मनगढ़ंत पाए हैं।
संस्थान के कुलसचिव प्रोफेसर रमेश पांडे ने मंगलवार शाम प्रेस को जारी एक बयान में बताया कि श्रीवास्तव द्वारा ईमेल के माध्यम से लगाए गए मानसिक उत्पीड़न, धमकी और अन्य आपत्तिजनक घटनाओं के आरोपों की निष्पक्ष जांच के लिए तीन सदस्यीय तथ्यान्वेषण समिति गठित की गई थी।
उन्होंने बताया कि समिति ने सभी संबंधित पक्षों और उपलब्ध साक्ष्यों की जांच के बाद बताया कि छात्र द्वारा लगाए गए सभी आरोप फर्जी एवं मनगढ़ंत थे और पिछले कुछ दिनों से वह अवसादग्रस्त था और अपने अभिभावक के साथ वापस घर चला गया।
एमएनएनआईटी में एमटेक प्रथम वर्ष के छात्र श्रीवास्तव ने ‘एक्स’ पर एक बयान जारी कर आरोप लगाया था कि 24 जून, 2025 को सुबह उन्हें फोन कर इलेक्ट्रॉनिक्स व संचार अभियांत्रिकी विभाग में बुलाया गया जहां बिना उनकी सहमति के उनके बैग की तलाशी ली गई।
श्रीवास्तव ने यह आरोप भी लगाया था कि किसी रिकॉर्डिंग डिवाइस होने की आशंका में उनके कपड़े उतरवाकर उनकी तलाशी ली गई और उन्हें गालियां दी गई थीं तथा विभागाध्यक्ष ने रिवॉल्वर उनके सिर पर तान दी थी और जब उन्होंने भागने की कोशिश की तो विभागाध्यक्ष ने फायरिंग कर दी।
श्रीवास्तव के मुताबिक, इस घटना से एक दिन पहले 23 जून को विभागाध्यक्ष कार्यालय ने उन पर आरटीआई के तहत दायर आवेदन वापस लेने का दबाव बनाया था।
भाषा राजेंद्र
नोमान
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