अहमदाबाद, एक जुलाई (भाषा) गुजरात उच्च न्यायालय ने डिजिटल माध्यम से हुई मामले की सुनवाई के दौरान बीयर के मग से घूंट लेने और फोन पर बात करने के लिए मंगलवार को वरिष्ठ अधिवक्ता के खिलाफ अवमानना कार्यवाही शुरू की।
न्यायमूर्ति ए.एस. सुपेहिया और न्यायमूर्ति आर.टी. वच्छानी की खंडपीठ ने कहा कि अधिवक्ता भास्कर तन्ना के आचरण के कारण उनकी वरिष्ठ वकील की उपाधि वापस ले ली जानी चाहिए। हालांकि अदालत ने मामले की सुनवाई के बाद आगे की कार्रवाई करने का निर्णय लिया।
घटना 25 जून को न्यायमूर्ति संदीप भट्ट की पीठ के समक्ष घटित हुई और इसके बाद एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर प्रसारित हुई।
न्यायमूर्ति सुपेहिया ने कहा, ‘सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित उच्च न्यायालय की कार्यवाही के एक वीडियो क्लिप में सुनवाई में भाग लेने के दौरान फोन पर बात करने और बीयर मग से घूंट लेने जैसा उनका आपत्तिजनक व्यवहार दिखाई दिया है।”
अदालत ने कहा कि तन्ना की इस हरकत के बहुत व्यापक परिणाम होंगे और यदि इसे नजरअंदाज किया गया तो यह कानून के शासन के लिए विनाशकारी होगा।
अदालत ने कहा, ‘हम रजिस्ट्री को वरिष्ठ वकील भास्कर तन्ना के खिलाफ अदालत की अवमानना की कार्यवाही शुरू करने का निर्देश देते हैं। रजिस्ट्री अगली सुनवाई की तारीख से पहले एक रिपोर्ट पेश करेगी।’
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जोहेब नरेश
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