बेंगलुरु, दो जुलाई (भाषा) स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के जुड़ी कंपनी ‘हेल्थ केयर ग्लोबल एंटरप्राइजेज लिमिटेड’ (एचसीजी) ने अनुचित परीक्षण किए जाने के आरोपों को बुधवार को खारिज करते हुए कहा कि वह अत्यंत पारदर्शिता के साथ और रोगियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए अपनी नैतिकता समिति द्वारा स्वीकृत बड़ी संख्या में क्लीनिकल परीक्षण सफलतापूर्वक कर रही है।
इस कंपनी का मुख्यालय बेंगलुरु में है।
एचसीजी की संस्थागत नैतिकता समिति के पूर्व अध्यक्ष न्यायमूर्ति पी. कृष्ण भट (सेवानिवृत्त) ने कंपनी पर अनुचित परीक्षण करने के आरोप लगाए थे जिसके बाद कर्नाटक सरकार ने भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को पत्र लिखकर एचसीजी में कथित अनुचित क्लीनिकल परीक्षण किए जाने के मामले की जांच की मांग की थी।
कंपनी ने हालांकि आश्वासन दिया कि वह डीसीजीआई और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) सहित नियामक प्राधिकरणों द्वारा निर्धारित सभी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करती है।
उसने कहा, ‘‘हमने भारत और अफ्रीका में कैंसर देखभाल में अग्रणी एचसीजी के बारे में कुछ असत्यापित जानकारी देखी है। हम आपको आश्वासन देते हैं कि हम डीसीजीआई और आईसीएमआर सहित नियामक प्राधिकरणों द्वारा निर्धारित सभी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करते हैं।’’
एचसीजी के संस्थापक डॉ. बी एस अजयकुमार ने एक बयान में कहा, ‘‘वर्तमान में हम अपनी नैतिकता समिति द्वारा अनुमोदित, रोगी सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एवं अत्यंत पारदर्शिता के साथ बड़ी संख्या में सफलतापूर्वक परीक्षण कर रहे हैं। असाधारण देखभाल प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता अटल है।’’
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सेवा के आयुक्त शिवकुमार के बी ने जांच की मांग करते हुए डीसीजीआई को 30 जून को लिखे पत्र में कहा कि विभिन्न क्लीनिकल परीक्षणों के संबंध में एचसीजी में रोगियों की सुरक्षा, नियामक अनुपालन और संस्थागत अखंडता पर गंभीर चिंताएं जताई गई हैं।
पत्र में कहा गया है, ‘‘इन चिंताओं को किसी और ने नहीं, बल्कि संस्थागत नैतिकता समिति के अध्यक्ष ने उठाया है, जिन्होंने बाद में इस्तीफा दे दिया था।’’
भाषा सिम्मी मनीषा
मनीषा