नयी दिल्ली, तीन जुलाई (भाषा) देश के आठ प्रमुख संपत्ति बाजारों में चालू कैलेंडर साल की पहली छमाही (जनवरी-जून) के दौरान घरों की बिक्री में दो प्रतिशत की गिरावट आई है। हालांकि, संपत्ति परामर्श कंपनी नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान कार्यालय स्थल पट्टे में 41 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
नाइट फ्रैंक ने बृहस्पतिवार को एक वेबिनार में जनवरी-जून, 2025 के लिए भारतीय रियल एस्टेट बाजार के अपने आंकड़े जारी किए।
आंकड़ों से पता चला है कि इस कैलेंडर वर्ष की पहली छमाही के दौरान आठ प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री सालाना आधार पर दो प्रतिशत घटकर 1,70,201 इकाई रही।
इसके विपरीत, जनवरी-जून, 2025 के दौरान पट्टे पर कार्यालय स्थल की मांग 41 प्रतिशत बढ़कर 4.89 करोड़ वर्ग फुट हो गई।
पूरे 2024 के लिए सकल पट्टा गतिविधियां रिकॉर्ड 7.19 करोड़ वर्ग फुट रही थीं।
पहली छमाही के दौरान मजबूत प्रदर्शन को देखते हुए नाइट फ्रैंक को उम्मीद है कि पूरे साल में पट्टे पर कार्यालय स्थल की मांग आठ-नौ करोड़ वर्ग फुट के नए उच्चस्तर पर पहुंच जाएगी।
परामर्शक कंपनी ने बताया कि आवासीय क्षेत्र में आठ शहरों में भारित औसत मूल्य में दो प्रतिशत से 14 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई।
नाइट फ्रैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि सभी आवास बिक्री में से 49 प्रतिशत मकान एक करोड़ रुपये और उससे अधिक कीमत के थे, जबकि 51 प्रतिशत की कीमत एक करोड़ रुपये तक थी।
शहरों की बात करें तो मुंबई और अहमदाबाद में घरों की बिक्री जनवरी-जून के दौरान सालाना आधार पर क्रमशः 47,035 इकाई और 9,370 इकाई पर स्थिर रही।
भाषा अनुराग अजय
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