नयी दिल्ली, तीन जुलाई (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार की चीन से संबंधित नीति को लेकर सवाल खड़े किए और कटाक्ष किया कि इस सरकार की ‘चीनी गारंटी’ की कोई ‘एक्सपायरी डेट’ नहीं है।
खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘प्रिय नरेन्द्र मोदी जी, खबरों के मुताबिक़, चीन ने भारत के विनिर्माण क्षेत्र से अपने अधिकारी वापस बुला लिए हैं।’
उन्होंने सवाल किया कि क्या ये सच नहीं कि ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मिनर्भर भारत’ पर पूरी तरह नाकाम मोदी सरकार ने डोकलाम और गलवान भूलकर चीनी कंपनियों के लिए ‘लाल कालीन’ बिछाया था और चीनी नागरिकों के लिए वीजा जारी करना आसान कर दिया था, ताकि पीएलआई योजना में फ़ायदा मिले?
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘क्या यह सच नहीं है कि मोदी सरकार इस पर कोई क़दम नहीं उठा रही और चीनी अधिकारियों ने भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग तक को आधिकारिक नियुक्ति या सहमति नहीं दी है?’
उनके मुताबिक, चीन ने पिछले दो महीनों में भारत को ‘स्पेशलिटी’ उर्वरक का निर्यात बंद कर दिया है, जबकि अन्य देशों को आपूर्ति जारी रखी है।
खरगे ने सवाल किया कि क्या इससे हमारे करोड़ों किसानों को नुकसान नहीं होगा, जो पहले से ही यूरिया और डीएपी खाद के संकट से जूझ रहे हैं?
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘आपकी सरकार की ‘चीनी गारंटी’ की कोई ‘एक्सपायरी डेट’ नहीं है।’
खरगे ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया, ‘आपने 5 साल पहले, गलवान के 20 वीर सेनानियों के बलिदान के बाद, चीन को क्लीन चिट थमाई थी। आज चीन उसका भरपूर फ़ायदा उठा रहा है और ऐसा लगता है कि हम हाथ मलकर देख रहें हैं।’
भाषा हक पवनेश
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