बेंगलुरु, तीन जुलाई (भाषा) बेंगलुरु नगर निकाय में कार्यरत तीन अधिकारियों को अनुसूचित जाति (एससी) के लिए जाति जनगणना करते समय कर्तव्यों में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि अगर लोगों को डर है कि सर्वेक्षण ठीक से नहीं हो रहा है, तो वे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
सिद्धरमैया ने संवाददाताओं से कहा, ‘क्या ऑनलाइन आवेदन करने में कोई दिक्कत है? हम गणना ऑनलाइन करेंगे या घर-घर जाकर या शिविरों में करेंगे। आपको बस तीनों में से किसी भी माध्यम का इस्तेमाल करके अपनी जाति बतानी होगी। यह केवल अनुसूचित जाति से संबंधित है।’
जानकारी के मुताबिक, जिन तीन अधिकारियों को निलंबित किया गया है, उनमें रमेश, पेद्दाराजू और सी सेंथिल कुमार शामिल हैं, जो बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के राजस्व प्रभाग में कार्यरत हैं।
बीबीएमपी के क्षेत्रीय आयुक्त (पूर्वी जोन) स्नेहल आर की ओर से दो जुलाई को जारी निलंबन आदेश के अनुसार, राजस्व निरीक्षक रमेश और कर संग्रहकर्ता पेद्दाराजू को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया था कि उनके अधीन काम करने वाले गणना कर्मचारी घर के निवासियों से संपर्क करने और यह पुष्टि करने के बाद घरों पर स्टिकर चिपकाएं कि सर्वेक्षण पूरा हो गया है।
इस आदेश की प्रति बृहस्पतिवार को मीडिया के साथ साझा की गई।
आदेश में कहा गया है कि प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें मोबाइल एप्लीकेशन के जरिये डेटा अपलोड करना था, लेकिन यह पाया गया कि घर-घर जाकर स्टिकर चिपकाने के काम में शामिल गणनाकार और कर्मचारी एचआरबीआर लेआउट में संबंधित घरों के मालिकों और निवासियों से संपर्क किए बिना मनमाने ढंग से स्टिकर चिपका रहे थे।
आदेश के मुताबिक, यह भी पाया गया कि अधिकारी इस बात पर ध्यान देने में नाकाम रहे और उन्होंने गैर-जिम्मेदाराना एवं लापरवाह रवैया दिखाया।
आदेश में कहा गया है कि चूंकि, अधिकारियों की ओर से कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरती गई, इसलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
एक अन्य आदेश के अनुसार, इसी तरह राजराजेश्वरी बीबीएमपी जोन में कार्यरत कर संग्रहकर्ता सेंथिल कुमार ने भी लापरवाही से काम किया, जिसके बाद उन्हें भी निलंबित करने का फैसला लिया गया है।
भाषा पारुल रंजन
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