मुंबई, तीन जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार को कहा कि ‘हाइड्रोपोनिक गांजा’ सरकार के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य ने मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ अपनी लड़ाई तेज कर दी है।
विधान परिषद में एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री ने ‘सिंथेटिक ड्रग्स’ पर भी चिंता जताई और कहा कि यहां तक कि कैंसर के मरीजों की आड़ में ‘सिंथेटिक ड्रग्स’ एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार की मादक पदार्थ के खिलाफ कार्रवाई के कारण मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है।
फडणवीस ने कहा कि यह पाया गया कि गुजरात के बंदरगाहों और महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में स्थित देश के सबसे बड़े कंटेनर बंदरगाह जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) का इस्तेमाल माल की खेपों में मादक पदार्थ छिपाकर लाने के लिए किया जा रहा था।
उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात और महाराष्ट्र में ऐसे स्कैनर लगाए गए हैं जो छिपा कर लाए जा रहे मादक पदार्थों का पता लगा सकते हैं। ऐसे देशों से आने वाली खेप की औचक जांच की जा रही है, जहां से मादक पदार्थ तस्करी की आशंका है।’’
मुख्यमंत्री ने बताया कि पांच दिन पहले मुंबई में दो इंडोनेशियाई नागरिकों को 21 किलो ‘हाइड्रोपोनिक गांजा’ के साथ गिरफ्तार किया गया था, जिसकी कीमत 21.55 करोड़ रुपये है।
‘हाइड्रोपोनिक गांजा’ का आशय मिट्टी के बिना उगाए जाने वाले भांग के पौधे से है। इस विधि से उत्पादक अधिक उपज प्राप्त कर सकता है।
भाषा शफीक माधव
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