पुरी, चार जुलाई (भाषा) ओडिशा में पुरी के गुंडिचा मंदिर के सामने ‘नवमी तिथि’ के अवसर पर शुक्रवार को हजारों श्रद्धालु ‘संध्या दर्शन’ के लिए कतार में खड़े दिखाई दिए।
नवमी तिथि को यह अंतिम अवसर होता है जब श्रद्धालु बहुदा यात्रा से पहले भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ की जन्मस्थली में उनके दर्शन कर सकते हैं।
बहुदा यात्रा वह दिन होता है जब भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा नौ दिनों के रथ यात्रा प्रवास के बाद अपने मंदिर लौटते हैं। यह यात्रा 27 जून से शुरू हुई थी।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वाईबी खुरानिया और राज्य प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों ने सुचारु दर्शन सुनिश्चित करने के लिए कार्यवाही की निगरानी की।
खुरानिया ने कहा, ‘श्रद्धालु कतारों में मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं और यह प्रक्रिया सुबह से ही सुचारु रूप से जारी है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी इंतजाम किए गए हैं। लोगों को मानदंडों का पालन करने की सलाह दी जा रही है।’
खुरानिया के अलावा, अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) सौमेंद्र प्रियदर्शी, वरिष्ठ नौकरशाह अरविंद अग्रवाल, पुरी के जिलाधिकारी चंचल राणा, पुलिस अधीक्षक (एसपी) पिनाक मिश्रा और अन्य भी उपस्थित थे।
मिश्रा ने कहा कि इस अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ आने की उम्मीद को देखते हुए सभी प्रबंध किए गए थे।
गुंडिचा मंदिर के पास 29 जून को हुई भगदड़ की दुखद घटना के बाद सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 50 लोग घायल हो गए थे।
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने पहले कहा था कि मंदिर में आम लोगों को शुक्रवार शाम छह बजे तक प्रवेश की अनुमति होगी।
एसजेटीए ने एक पोस्ट में कहा, ‘‘शुक्रवार को संध्या दर्शन के अवसर पर श्री गुंडिचा मंदिर के सिंह द्वार में आम लोगों का प्रवेश शाम छह बजे से बंद रहेगा। देवताओं की बहुदा यात्रा से पहले किए जाने वाले आवश्यक अनुष्ठानों और विस्तृत तैयारियों के मद्देनजर यह व्यवस्था की जा रही है।’’
भाषा योगेश संतोष
संतोष