नयी दिल्ली, चार जुलाई (भाषा) केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने शुक्रवार को कहा कि वर्ष 2025 में हज का अब तक का सबसे बेहतरीन आयोजन किया गया तथा अगले साल उनका मंत्रालय इसमें और सुधार का करने का प्रयास करेगा।
उन्होंने यह भी बताया कि इस साल हज के दौरान 64 भारतीय हजयात्रियों की मौत हुई जबकि 2024 में 200 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई थी।
हज समीक्षा बैठक के बाद रीजीजू ने संवाददाताओं से बातचीत में यह भी कहा कि जिंदगी में एक बार हज करना हर मुसलमान की ख्वाहिश होती है और इस ख्वाहिश को पूरा करने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मूलमंत्र को लेकर चल रही है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2026 के हज के लिए आवेदन जल्द शुरू हो जाएगा और इस धार्मिक यात्रा पर जाने के इच्छुक लोगों को जल्द से जल्द आवेदन करना चाहिए।
रीजीजू ने कहा, ‘‘इस बार कुल 64 लोगों की मौत हुई, पिछली बार 200 से अधिक जानें गई थीं। इस बार लोगों की जान जाने के कई कारण हैं लेकिन हज की व्यवस्था के कारण मौतें नहीं हुई हैं।’’
उन्होंने बेहतरीन हज आयोजन के लिए अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के अधिकारियों, विदेश मंत्रालय से संबंधित अधिकारियों, दूसरे संबंधित मंत्रालय के अधिकारियों तथा हाजियों का आभार जताया।
उन्होंने निजी टूर ऑपरेंटरों का भी आह्वान किया कि वे सऊदी अरब सरकार द्वारा तय समयसीमा और शर्तों का पालन करें।
रीजीजू ने कहा कि यह प्रयास भी किया जाएगा कि इस बार लोगों को ‘शॉर्ट हज’ की भी सुविधा मिले, जिसके तहत लोग कुछ दिनों में ही हज को पूरा करके लौट सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि हज के सभी ‘अरकानों’ (अनुष्ठान) को संपन्न करने में पांच-छह दिन का समय लगता है।
रीजीजू का कहना था कि भारतीय हज समिति को भी बता दिया गया है कि सऊदी अरब सरकार के पास जो पैसे जमा करने होते हैं वो तय समयसीमा के भीतर किए जाएं।
उन्होंने बताया कि हज पर जाने के लिए सभी प्रक्रियाएं डिजिटल होंगी तथा हजयात्रियों को खाने के विकल्प भी मुहैया कराएंगे ताकि लोग अपनी पसंद का खाना खा सकें।
उन्होंने कहा, ‘‘इस बार हमने हज का अब तक का सबसे बेहतरीन आयोजन किया है। हम अगले साल और सुधार करेंगे।’’
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हक नरेश
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