नयी दिल्ली, चार जुलाई (भाषा) भारतीय वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) क्षेत्र ने 2025 की पहली छमाही में 88.9 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुटाए, जो 2024 की पहली छमाही में जुटाए गए 93.6 करोड़ डॉलर से पांच प्रतिशत कम है। यह राशि 2024 की दूसरी छमाही के 1.2 अरब डॉलर से 26 प्रतिशत कम है।
बाजार खूफिया मंच ट्रैक्सएन की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत वैश्विक स्तर पर तीसरे स्थान पर है, और केवल अमेरिका तथा ब्रिटेन से पीछे है।
ट्रैक्सएन की सह-संस्थापक नेहा सिंह ने कहा, ”भारतीय फिनटेक क्षेत्र में वित्त पोषण में अस्थायी गिरावट देखी गई, लेकिन शुरुआती स्तर के निवेश में स्थिर गति और अधिग्रहण गतिविधियों में वृद्धि से संकेत मिलता है कि निवेशकों की दिलचस्पी मजबूत है। खासतौर से नवोन्मेष आधारित मॉडलो में ऐसा देखने को मिल रहा है।”
उन्होंने कहा कि बेंगलुरु का प्रभुत्व और तेज वृद्धि क्षमता वाली कंपनियों के लगातार उभरने से वैश्विक फिनटेक क्षेत्र में भारत की स्थिति मजबूत है।
वर्ष 2025 की पहली छमाही में शुरुआती चरण के वित्त पोषण से तुलनात्मक रूप से बेहतर प्रदर्शन किया और इसमें सालाना आधार पर 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई। दूसरी ओर ‘बीज-स्तर’ और बाद के स्तर वाले स्टार्टअप के वित्त पोषण में सालाना आधार पर कमी हुई।
भाषा पाण्डेय रमण
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