भोपाल, चार जुलाई (भाषा) अंतरराष्ट्रीय अपराध पुलिस संगठन (इंटरपोल) ने मध्यप्रदेश के अधिकारियों को पत्र लिखकर अंतरराष्ट्रीय बाघ तस्कर ताशी शेरपा (46) के गिरोह का पता लगाने के लिए जांच में मदद की पेशकश की है।
शेरपा को मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम जिले की एक अदालत द्वारा दो महीने पहले पांच साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई है।
इंटरपोल एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जो दुनिया भर में पुलिस सहयोग और अपराध नियंत्रण की सुविधा प्रदान करता है।
शिकार और वन्यजीव तस्करी के कई मामलों में वांछित शेरपा आठ साल तक फरार रहा और पिछले साल 24 जनवरी को मध्यप्रदेश राज्य बाघ स्ट्राइक फोर्स (एमपीएसटीएसएफ) ने उसे भारत-नेपाल सीमा के पास दार्जिलिंग से गिरफ्तार किया था।
शेरपा को इस साल मई में नर्मदापुरम की एक मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की अदालत ने दोषी ठहराया था।
एमपीएसटीएसएफ को लिखे एक पत्र में इंटरपोल के निदेशक डेविड कौन्टर ने कहा कि शेरपा के नेटवर्क के भारत, भूटान, नेपाल और चीन में सक्रिय होने का संदेह है।
उन्होंने कहा कि इस नेटवर्क के प्रमुख सदस्यों के खिलाफ कई रेड नोटिस और डिफ्यूजन (अनौपचारिक अंतरराष्ट्रीय अलर्ट) जारी किए गए हैं।
कौन्टर ने पत्र में लिखा, ‘‘इंटरपोल शेरपा से जुड़े व्यापक आपराधिक नेटवर्क की जांच में सहायता प्रदान करने के लिए इस अवसर का उपयोग करना चाहता है। शेरपा की जांच से मिली जानकारी का विश्लेषण नेटवर्क के संचालन की बेहतर समझ प्रदान कर सकता है और इससे अन्य मामलों की जांच में मदद मिल सकती है।’’
इंटरपोल ने एमपीएसटीएसएफ से शेरपा की जांच से अतिरिक्त जानकारी साझा करने का भी आग्रह किया, जिसमें उसके टेलीफोन डेटा, वित्तीय रिकॉर्ड, व्यावसायिक विवरण, पूछताछ रिकॉर्ड, ज्ञात और संदिग्ध सहयोगी आदि शामिल हैं।
पत्र में कहा गया है, ‘‘इंटरपोल जरूरत पड़ने पर शेरपा से जब्त किए गए टेलीफोन से डेटा निकालने की पेशकश भी करना चाहता है। इंटरपोल के साथ साझा किए गए किसी भी डेटा का विश्लेषण किया जाएगा और यदि भारत द्वारा अनुमति दी जाती है तो अन्य इंटरपोल सदस्य देशों के साथ संयुक्त जांच शुरू करने के लिए इसका उपयोग किया जाएगा।’’
इंटरपोल ने एमपीएसटीएसएफ को शेरपा की गिरफ्तारी और उसे जेल में भेजने की सफलता पर बधाई भी दी।
भाषा
ब्रजेन्द्र, रवि कांत
रवि कांत