नयी दिल्ली, चार जुलाई (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय ने चीनी व्यक्तियों द्वारा नियंत्रित निवेश ऐप के जरिये 900 करोड़ रुपये से अधिक की ‘धोखाधड़ी’ करने से जुड़े धनशोधन के मामले में दिल्ली के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। संघीय एजेंसी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
ईडी ने एक बयान में कहा कि दिल्ली निवासी रोहित विज के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई करने के बाद 30 जून को हिरासत में लिया गया था।
एजेंसी ने बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज ईडी का मामला हैदराबाद पुलिस की साइबर अपराध थाना द्वारा 2022 में दर्ज प्राथमिकी पर आधारित है।
पुलिस शिकायत में आरोप लगाया गया था कि कुछ चीनी व्यक्तियों ने कुछ भारतीय व्यक्तियों के साथ मिलकर ‘लॉक्सम’ नामक अपने फर्जी निवेश ऐप के माध्यम से निवेश करने पर बहुत अधिक मुनाफ देने का वादा किया और ठगी की। शिकायत के मुताबिक, आरोपियों ने दावा किया कि उनका ऐप उसी नाम से एक प्रतिष्ठित फ्रांसीसी बहु राष्ट्रीय कंपनी से संबंधित है।
जांच के दौरान खुलासा हुआ कि अपराध से अर्जित धन को शिंदाई टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड नामक एक फर्जी कंपनी के बैंक खाते में जमा कराया गया, जिसे जैक नामक एक चीनी नागरिक के निर्देश पर एक भारतीय व्यक्ति के नाम पर खोला गया था।
ईडी के मुताबिक, चीनी व्यक्ति ने उक्त बैंक खाते को ऑनलाइन संचालित करने के लिए पूरी जानकारी ली और 38 फर्जी खातों के माध्यम से धन अंतरण किया।
इसके बाद, विज और उनके सहयोगियों की मदद से दिल्ली में रंजन मनी कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड और केडीएस फॉरेक्स प्राइवेट लिमिटेड जैसी फर्जी मुद्रा विनिमय करने वाली संस्थाओं के माध्यम से धन को विदेशी मुद्राओं में परिवर्तित किया गया।
ईडी ने आरोप लगाया कि विज और उसके सहयोगियों ने अपराध से अर्जित धन को अमेरिकी डॉलर और दिरहम जैसी विदेशी मुद्राओं में परिवर्तित किया और इसे हवाला के जरिये ‘चीनी आरोपियों’ तक पहुंचाया।
भाषा धीरज दिलीप
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