श्रीनगर, चार जुलाई (भाषा) हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू कश्मीर सरकार को शहर के बटमालू क्षेत्र में शराब की दुकान खोलने की अनुमति नहीं देनी चाहिए और उन्होंने सरकार के इस कदम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की धमकी दी।
शहर के नौहट्टा इलाके में स्थित एतिहासिक मस्जिद में शुक्रवार की नमाज में तकरीर देते हुए मीरवाइज ने कहा कि घाटी में शराब के प्रचार की खबर चिंतित करने वाली है।
उन्होंने कहा, ‘‘बाटमालू के व्यापारियों और व्यावसायिक समुदाय द्वारा जनता को सूचित किया गया है कि इलाके में शराब की दुकान खुलने के विरोध में वे तीन दिनों तक अपनी दुकान व प्रतिष्ठानों को बंद कर रहे हैं। वे प्राधिकारियों से इस मामले में तुरंत कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ये बहुत चिंतित करने वाला और कश्मीर के लोगों के लिए पूरी तरह से अस्वीकार्य पहल है।’’
मीरवाइज ने कहा, ‘‘यह हमारे धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक मूल्यों पर एक हमला है जो इनका पूरी तरह अनादर है। यह हमारे लोगों और हमारी भावी पीढ़ियों को खत्म कर देने के लिए एक जानबूझकर किया गया प्रयास है। हम पहले से ही नशे की समस्या से जूझ रहे हैं और अब प्राधिकारी शराब को बढ़ावा देकर लोगों और हमारे सामाजिक-सांस्कृतिक ढांचे को और भी नुकसान पहुंचा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्राधिकारी अच्छी तरह जानतें हैं कि जम्मू कश्मीर मुस्लिम बहुसंख्यक राज्य है और शराब का सेवन इस्लाम के सिद्धांतों तथा हमारे सांस्कृतिक एवं सामाजिक मूल्यों के खिलाफ है। इसके बावजूद भी इसे बढ़ावा दिया जा रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वे इसे गुजरात में क्यों नहीं बढ़ावा देते, जो एक घोषित शराब बंद राज्य है? जम्मू कश्मीर में क्यों? क्या यहां दशकों से शराब के बिना पर्यटन फल-फूल नहीं रहा है?’’
मीरवाइज ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को तुरंत हस्तक्षेप करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि यह कार्रवाई बंद हो जाए।
बटमालू के दुकानदारों ने घोषणा की है कि शुक्रवार से तीन दिन तक इलाके की सभी दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। यह बंद स्थानीय इलाके में शराब की दुकान खुलने के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध के रूप में किया जा रहा है।
भाषा यासिर रंजन
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