(मनीष सैन)
(तस्वीरों के साथ)
धर्मशाला (हिप्र), चार जुलाई (भाषा) दलाई लामा का 90वां जन्मदिन (छह जुलाई) जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, गहरे लाल और भगवा वस्त्र पहने भिक्षु हिमालयी शहर मैक्लॉडगंज में मुख्य दलाई लामा मंदिर, त्सुगलागखांग की ओर बढ़ रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश का यह छोटा सा शहर निर्वासित तिब्बत सरकार का मेजबान होने के कारण ‘लिटल ल्हासा’ भी कहा जाता है। यह आध्यात्मिक नेता के 90वें जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों, समारोहों और संभवतः उनके उत्तराधिकारी की घोषणा के कारण वैश्विक रुचि का केंद्र है।
गत 30 जून से शुरू हुए सप्ताह भर चलने वाले समारोह ने सप्ताहांत में धार्मिक सम्मेलनों, युवा मंचों, फिल्म प्रदर्शन और सामुदायिक प्रार्थनाओं के साथ गति पकड़ ली है।
दो से चार जुलाई तक 15वें तिब्बती धार्मिक सम्मेलन में 100 से अधिक तिब्बती बौद्ध नेताओं और प्रतिनिधियों ने भाग लिया तथा तीन से पांच जुलाई तक आयोजित अंतरराष्ट्रीय तिब्बती युवा मंच में 15 देशों के 100 से अधिक युवा तिब्बती भाग ले रहे हैं।
दलाई लामा के जन्मदिवस से पहले होने वाले प्रमुख कार्यक्रमों में पांच जुलाई को तिब्बती सरकार के मंत्रिमंडल ‘कशाग’ के सदस्यों के नेतृत्व में सामुदायिक प्रार्थना शामिल है।
केंद्रीय तिब्बती प्रशासन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘महामहिम दलाई लामा सुबह मुख्य तिब्बती मंदिर में सभी तिब्बती लोगों की ओर से केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के कशाग द्वारा की जाने वाली दीर्घायु प्रार्थना में शामिल होंगे।
पांच जुलाई की शाम फिल्म ‘4 रिवर्स 6 रेंजेस’ का प्रदर्शन होगा। शेनपेन खिमसर द्वारा निर्देशित यह फिल्म तिब्बत की आजादी के संघर्ष की कहानी है।
छह जुलाई को 14वें दलाई लामा का 90वां जन्मदिन समारोह ‘‘करुणा वर्ष’’ की शुरुआत के साथ मनाया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग और हॉलीवुड अभिनेता रिचर्ड गेर सहित गणमान्य व्यक्ति इस विशेष समारोह में भाग लेंगे।
सप्ताह भर चलने वाले समारोह के दौरान दलाई लामा के उत्तराधिकारी का मुद्दा भी उठा है।
तिब्बती बौद्ध दलाई लामा को बौद्ध करुणा के देवता चेनरेज़िग के जीवित स्वरूप के रूप में पूजते हैं।
तिब्बती आध्यात्मिक नेता ने बुधवार को पुष्टि की कि दलाई लामा की पवित्र संस्था जारी रहेगी और केवल गादेन फोडरंग ट्रस्ट को ही उनके भावी ‘‘पुनर्जन्म’’ को मान्यता देने का अधिकार होगा। उन्होंने कहा कि कोई भी अन्य व्यक्ति उनकी उत्तराधिकार योजना में ‘‘हस्तक्षेप’’ नहीं कर सकता।
चीन ने नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना को खारिज कर दिया तथा इस बात पर जोर दिया कि किसी भी भावी उत्तराधिकारी को उसकी मान्यता हासिल करनी होगी। इस प्रकार, तिब्बती बौद्ध धर्म के चीनी सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के साथ दशकों पुराने संघर्ष में एक नया अध्याय जुड़ गया।
सात से नौ जुलाई तक तीन दिवसीय उत्सव में तिब्बती कला, शिल्प, औषधियां, साहित्य, धर्म, शैक्षिक प्रदर्शनियां, फिल्म महोत्सव और चिकित्सा शिविरों का आयोजन केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के विभागों द्वारा किया जाएगा।
भाषा नेत्रपाल नरेश
नरेश