नयी दिल्ली, चार जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद मनोज झा ने शुक्रवार को कहा कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) को बिहार में विधानसभा चुनाव से दूर रहना चाहिए और विपक्षी महागठबंधन को ‘सैद्धांतिक’ समर्थन देना चाहिए।
एआईएमआईएम ने 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में पांच सीट पर जीत हासिल की थी लेकिन चार विधायक दो साल के भीतर ही राजद में शामिल हो गए थे। एआईएमआईएम की बिहार इकाई के अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने इस सप्ताह की शुरुआत में राजद प्रमुख लालू प्रसाद को पत्र लिखकर औपचारिक रूप से अपनी पार्टी को महागठबंधन में शामिल करने का अनुरोध किया था।
ईमान, राज्य में एआईएमआईएम के एकमात्र विधायक हैं।
इस वर्ष के अंत में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं।
झा ने हालांकि कहा कि एआईएमआईएम को राजद को ‘सैद्धांतिक’ समर्थन देना चाहिए और बिहार में चुनाव से दूर रहना चाहिए।
उन्होंने ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा, “ जो भी इस दक्षिणपंथी तानाशाही और नफरत की राजनीति के खिलाफ लड़ रहा है, इतिहास में ऐसे क्षण आते हैं जब आपको उस धारा को मजबूत करने की कोशिश करनी होती है जो मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरी है।”
राजद नेता ने कहा, “तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन ने नफरत की इस राजनीति के खिलाफ एक परिभाषित लखीर खींची है। बेहतर होगा कि आप (एआईएमआईएम) चुनाव से दूर रहें व सैद्धांतिक रूप से समर्थन दें और प्रार्थना करें कि बिहार में नफरत की यह राजनीति खत्म हो जाए।”
ईमान ने दो जुलाई को प्रसाद को लिखे एक पत्र में कहा था कि बिहार के विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रारूप में एआईएमआईएम को शामिल करने से ‘धर्मनिरपेक्ष वोटों में विभाजन को रोका जा सकेगा’।
ईमान के पत्र को राजद नेताओं ने सोशल मीडिया पर साझा किया था।
भाषा जितेंद्र पवनेश
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