भोपाल, चार जुलाई (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 12वीं कक्षा में 75 प्रतिशत या उससे अधिक अंक लाने वाले प्रदेश के 94,234 विद्यार्थियों को लैपटॉप खरीदने के लिए शुक्रवार को 25-25 हजार रुपये उनके खातों में हस्तांतरित किये और कहा कि अगले साल से प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लैपटॉप दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने यहां के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के तहत इन मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप खरीदने के लिए 235 करोड़ रुपये से अधिक की राशि अंतरित की। उन्होंने मंच से 15 मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप भी वितरित किए।
इस अवसर पर यादव ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा मनुष्य के समग्र विकास की धुरी है और ‘सबको शिक्षा’ ही राज्य सरकार का विकास मंत्र है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार ने प्रदेश के हर बच्चे तक शिक्षा का प्रकाश पहुंचाने के हरसंभव प्रयास किए हैं। केवल पढ़ाई ही नहीं, बल्कि प्रतिभावान विद्यार्थियों को नयी तकनीक और नयी शिक्षा पद्धति से जोड़कर उनके उज्ज्वल भविष्य की नींव भी रखी जा रही है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लैपटॉप देकर सरकार प्रदेश का एक बेहतर और स्वर्णिम भविष्य गढ़ने जा रही है।
यादव ने इस अवसर पर अगले साल से प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को प्रोत्साहन राशि के स्थान पर 25 हजार रुपये मूल्य के और अधिक गुणवत्ता वाले अपडेटेड लैपटॉप देने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि प्रतिभाओं को सम्मान देना और स्वर्णिम भविष्य की संभावनाओं को पोषित करना तथा हर संभव सहायता करना प्रदेश सरकार का दायित्व है।
उन्होंने कहा कि योजना के अंतर्गत माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले जिन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लैपटॉप के लिए राशि दी गई है, उनमें 60 प्रतिशत छात्राएं और 40 प्रतिशत छात्र शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमारी बेटियां चुनौतियों को पार करते हुए हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं।’’
उन्होंने कहा कि 15 साल पहले शुरू हुई इस योजना का लाभ अब तक 4.32 लाख से अधिक मेधावी विद्यार्थियों को मिल चुका है और इस दौरान राज्य सरकार ने विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरण पर 1,080 करोड़ से अधिक की प्रोत्साहन राशि खर्च की है।
यादव ने कहा, ‘‘सरकार द्वारा विद्यार्थियों को कॉपी-किताबें, पोशाक, साइकिल और स्कूटी भी दिलाई गई है और अब हम लैपटॉप भी दे रहे हैं। यह कदम विद्यार्थियों को डिजिटल एवं आधुनिक शिक्षा से जोड़ने में बेहद मददगार सिद्ध होगा।’’
भाषा
ब्रजेन्द्र, रवि कांत
रवि कांत