अयोध्या (उप्र), चार जुलाई (भाषा) भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या न केवल धार्मिक महत्व की प्रतीक बनी हुई है, बल्कि यह एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में भी उभर रही है। एक आधिकारिक बयान में शुक्रवार को यह जानकारी दी गयी।
बयान में कहा गया कि उत्तर प्रदेश की पावन नगरी अयोध्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार में न केवल धार्मिक महत्व की प्रतीक बनी है, बल्कि एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में भी उभर रही है।
श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर के निर्माण के साथ ही अयोध्या को विश्वस्तरीय पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने की दिशा में तेजी से कार्य हो रहा है। इसी कड़ी में सरयू नदी के तट पर बन रहा ”सरयू रिवर फ्रंट” अयोध्या की खूबसूरती और सुविधाओं को और बढ़ाने जा रहा है। यह ‘रिवर फ्रंट’ श्रीराम मंदिर से जुड़कर पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक अनूठा अनुभव प्रदान करेगा।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन विभाग द्वारा लगभग 23.46 करोड़ रुपये की लागत से ‘सरयू रिवर फ्रंट’ का निर्माण कराया जा रहा है। इस परियोजना का उद्देश्य अयोध्या को एक ऐसी नगरी के रूप में स्थापित करना है, जहां श्रद्धालु और पर्यटक दोनों ही आध्यात्मिक और सौंदर्यपूर्ण अनुभव प्राप्त कर सकें।
‘सरयू रिवर फ्रंट’ के निर्माण कार्य में तेजी लाई गई है, जिसमें सीढ़ियों पर पत्थर लगाने का कार्य पूर्ण हो चुका है। यहां कार्य प्रगति पर है। सरयू रिवर फ्रंट पर श्रद्धालु सरयू नदी में स्नान के साथ-साथ ध्यान, योग और अन्य आध्यात्मिक गतिविधियों में हिस्सा ले सकेंगे।
अयोध्या के जिलाधिकारी (डीएम) निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि रिवर फ्रंट का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और तय लक्ष्य के अनुरूप इसे तैयार किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जल्द ही यह पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। इसमें शिलालेख एवं 100 मीटर घाट की सीढ़ियों पर पत्थर लगाने का कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके अलावा अयोध्या में अन्य पर्यटन सुविधाओं जैसे होटल, अतिथि गृह और परिवहन व्यवस्था को भी बेहतर किया जा रहा है।
भाषा
आनन्द, रवि कांत
रवि कांत