नयी दिल्ली, चार जुलाई (भाषा) टेलीविजन की दुनिया के अनुभवी शख्सियत और क्विज मास्टर सिद्धार्थ बसु व्यापक ‘दुष्प्रचार और गलत सूचना’ के दौर में प्रासंगिक ज्ञान और जानकारी को ‘बेहद महत्वपूर्ण’ मानते हैं। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद डेरेक ओ’ब्रायन के एक ब्लॉगपोस्ट में सिद्धार्थ बसु के हवाले से यह बात कही गयी है।
टेलीविजन पर ‘बॉर्नविटा क्विज कॉन्टेस्ट’ की मेजबानी करने वाले ओ’ब्रायन और ‘कौन बनेगा करोड़पति’ जैसे लोकप्रिय टेलीविजन शो के पीछे रहे बसु के बीच बातचीत पर आधारित ब्लॉगपोस्ट में, दोनों ‘क्विज मास्टर’ ने देश में पिछले कुछ वर्षों के क्विज संबंधी परिदृश्य को लेकर चर्चा की।
वर्ष 1980 के दशक में दूरदर्शन पर ‘क्विज टाइम’ की मेजबानी कर चुके बसु के हवाले से ब्लॉगपोस्ट में ओ’ब्रायन ने कहा, ‘‘अब जो बहुत महत्वपूर्ण हो गया है, वह है प्रासंगिक ज्ञान और जानकारी होना। देखें कि कितनी गलत सूचना और दुष्प्रचार है। इसके अलावा व्हाट्सएप विश्वविद्यालय।’’
दोनों क्विज मास्टर ने सूचना की पुष्टि करने और ‘तथ्यों की जांच’ करने के महत्व पर जोर दिया। ओ’ब्रायन ने कहा कि उनके पिता नील ओ’ब्रायन भी एक जाने-माने क्विज मास्टर थे, जिन्हें अक्सर कोलकाता में पहली औपचारिक और सुव्यवस्थित क्विज प्रतियोगिता आयोजित करने का श्रेय दिया जाता है, वे एक डायरी में प्रश्न लिखते थे।
टीएमसी नेता ने कहा, ‘‘इसलिए जब आप क्विज सेट कर रहे हों, तो आपको क्विज के लिए कभी तैयारी नहीं करनी पड़ती। आप जो भी शोध करते हैं, चाहे वह क्विज के लिए हो या संसद संबंधित, एक सरल नियम है कि आपको तीन प्रामाणिक स्रोतों की आवश्यकता होती है।’’
बसु ने कहा, ‘‘हर किसी के लिए यह जरूरी है कि वह किसी भी चीज को प्रसारित करने या अग्रेषित करने से पहले उसके तथ्यों के बारे में सुनिश्चित हो जाए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सार्वजनिक रूप से साझा की जाने वाली किसी भी चीज के लिए तथ्य-जांच अब बहुत महत्वपूर्ण हो गई है और हर किसी को अपने स्तर पर ऐसा करने में सक्षम होना चाहिए।’’
भाषा संतोष अविनाश
अविनाश