(इंट्रो और कॉपी में सुधार के साथ रिपीट)
कोलकाता, चार जुलाई (भाषा) साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में कथित रूप से सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई प्रथम वर्ष की छात्रा कॉलेज लौटने को लेकर भयभीत है। भयावह स्मृतियां उसे डरा रही हैं और वह उस जगह पर लौटना नहीं चाहती जहां उसके साथ बर्बरतापूर्वक दरिंदगी की गई थी।
पश्चिम बंगाल महिला आयोग की अध्यक्ष ने पीड़ित छात्रा की एक सहेली के हवाले से बताया कि वह (पीड़िता) सुरक्षा चिंताओं के कारण कॉलेज लौटने को तैयार नहीं है।
रविवार को आयोग के साथ हुई बैठक के दौरान छात्रा के साथ मौजूद रही उसकी मित्र ने कहा कि वह उस कॉलेज में वापस जाने को तैयार नहीं है, जहां कथित क्रूरताएं हुई थीं।
आयोग की अध्यक्ष लीना गंगोपाध्याय ने कहा, ‘पीड़िता की सहेली ने सुझाव दिया कि उसे कलकत्ता विश्वविद्यालय के अंतर्गत किसी अन्य लॉ कॉलेज में स्थानांतरित कर दिया जाए, क्योंकि वह उसी स्थान पर लौटने को लेकर भयभीत है। हम उसकी चिंता समझते हैं।’
आयोग ने परामर्शदाता के साथ पीड़िता और उसकी सहेली से मुलाकात की और राज्य सरकार को आवश्यक कदम उठाने की सिफारिश की ताकि पीड़िता को मनोवैज्ञानिक सहायता मिले और वह सुरक्षित वातावरण में अपनी पढ़ाई जारी रख सके।
आयोग की अध्यक्ष ने कहा, ‘हमने सिफारिश की है कि यदि आवश्यक हो तो उसे किसी अन्य कॉलेज में स्थानांतरित कर दिया जाए, ताकि उसे मानसिक तनाव से उबरने में मदद मिल सके और वह मानसिक शांति के साथ पढ़ाई जारी रख सके।’
पुलिस ने अब तक इस मामले में मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
भाषा जोहेब नरेश
नरेश
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