पुणे, चार जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के पुणे में एक आईटी पेशेवर के साथ उसके घर में कथित बलात्कार के सिलसिले में हिरासत में लिया गया संदिग्ध युवती का दोस्त है, न कि कोई अजनबी, जो कूरियर डिलीवरी एजेंट (सामान पहुंचाने वाला) बनकर घर में घुसा था। पुलिस ने युवती के बयानों पर संदेह जताते हुए शुक्रवार को यह बात कही।
पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने बताया कि 22 वर्षीय युवती ने खुद ही उसके साथ सेल्फी ली और अपने फोन में धमकी भरा संदेश लिखा। उन्होंने कहा, ‘‘वे एक-दूसरे को कई वर्षों से जानते हैं और एक ही समुदाय से हैं।’’
युवती ने दावा किया था कि बुधवार शाम को कोंढवा इलाके में स्थित उसके फ्लैट में एक व्यक्ति कूरियर डिलीवरी एजेंट बनकर घुस आया और कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया। पुलिस के अनुसार, घटना के वक्त वह घर में अकेली थी।
पुलिस के अनुसार, युवती ने बताया कि वह बेहोश हो गई और जब उसे होश आया, तो व्यक्ति जा चुका था।
युवती ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने उसके (युवती) फोन से एक सेल्फी ली, जिसमें उसकी पीठ और उसके चेहरे का कुछ हिस्सा दिखाई दे रहा है। आरोपी ने एक संदेश छोड़ा, जिसमें उसने चेतावनी दी कि यदि घटना की सूचना किसी को दी, तो वह तस्वीरें सोशल मीडिया पर जारी कर देगा।
संदिग्ध को हिरासत में लेने के बाद, पुलिस ने पाया कि युवती ने खुद ही सेल्फी ली थी, जिसमें मूल रूप से उसका चेहरा स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था, उसने खुद ही तस्वीर को संपादित किया और कथित धमकी भरा संदेश भी टाइप किया। पुलिस ने बताया कि संदिग्ध व्यक्ति उच्च शिक्षा प्राप्त पेशेवर है।
कुमार ने कहा कि युवती को बेहोश करने के लिए किसी रासायनिक स्प्रे का इस्तेमाल नहीं किया गया था (जैसा कि पहले संदेह था)।
आयुक्त ने कहा, ‘‘हम अभी पता लगा रहे हैं कि पीड़िता ने बलात्कार का आरोप क्यों लगाया और इसकी जांच चल रही है, क्योंकि लड़की की मानसिक स्थिति फिलहाल ठीक नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि बलात्कार के आरोप को लेकर भी जांच की जा रही है।
भाषा शफीक दिलीप
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