नयी दिल्ली, चार जुलाई (भाषा) कुछ महीने पहले सोशल मीडिया पर संपर्क में आयी एक महिला के
बहलाने फुसलाने के बाद उससे मिलने जा रहे एक 20 वर्षीय युवक का कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया और उसके साथ मार पिटाई की। हालांकि कुछ ही घंटों के भीतर पुलिस ने इस युवक को बचा लिया।
एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि अपहरण और हमले के पीछे का मकसद जबरन वसूली था।
पुलिस के मुताबिक पीड़ित निखिल पिछले दो महीने से सोशल मीडिया पर खुशी नाम की लड़की के संपर्क में था। तीन जुलाई को वह उससे मिलने की बात कहकर घर से निकला था, लेकिन उसी दिन उसकी बहन को निखिल के नंबर से फोन आया।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अभिषेक धानिया ने बताया कि फोन करने वाले ने खुद को लड़की का भाई बताया और कहा कि निखिल को खुशी के साथ पकड़ लिया गया है और उसे छोड़ा नहीं जाएगा। इसके बाद फोन बंद हो गया।
इसके बाद निखिल की बहन ने शकरपुर पुलिस थाने से संपर्क किया और निखिल का पता लगाने के लिए तुरंत एक टीम गठित की गई।
शुरुआत में उसकी आखिरी लोकेशन नोएडा के सेक्टर-6 में देखी गई, लेकिन वहां कोई सुराग नहीं मिला। बाद में जब निखिल का फोन कुछ देर के लिए ऑन किया गया तो उसकी लोकेशन मयूर विहार मेट्रो स्टेशन के पास यमुना खादर में मिली।
अधिकारी ने कहा, ‘टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची, जहां उन्होंने देखा कि कुछ लोग पीड़ित पर हमला कर रहे थे। पुलिस को देखकर हमलावर अपनी मोटरसाइकिल छोड़कर भागने की कोशिश करने लगे।’
डीसीपी ने बताया कि आरोपियों में से एक संजीव कुमार लोहिया (31) को त्रिलोकपुरी से गिरफ्तार कर लिया गया और उसके पास से निखिल का मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है।
पूछताछ के दौरान निखिल ने बताया कि उस दिन उसकी मुलाकात खुशी से हुई थी और वह उसे इंदिरापुरम मॉल ले गई थी। बाद में मेट्रो स्टेशन के पास पांच लोगों ने उन्हें रोक लिया और जबरन उसे अपने साथ ले गए।
उसने आरोप लगाया कि खुशी साजिश का हिस्सा थी और वह हमलावरों के साथ मिली हुई थी।
पुलिस ने बताया कि शकरपुर पुलिस थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
धनिया ने कहा कि खुशी सहित शेष आरोपियों का पता लगाने के लिए कई टीम गठित की गई हैं।
भाषा
शुभम नरेश
नरेश