नयी दिल्ली, पांच जुलाई (भाषा) अयोध्या में श्रीराम मंदिर की लोकप्रियता के मद्देनजर भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) 25 जुलाई 2025 से ‘श्रीरामायण यात्रा’ के नाम से अपनी पांचवीं विशेष ट्रेन यात्रा शुरू करने जा रहा है।
यह यात्रा 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिये आयोजित समारोह के बाद से शुरू हुई श्रृंखला का हिस्सा है।
आईआरसीटीसी के अनुसार, ‘श्री रामायण यात्रा’, 25 जुलाई 2025 से शुरू होगी और इसमें भगवान राम से जुड़े 30 से अधिक स्थलों को शामिल किया जाएगा। यात्रा की शुरुआत अयोध्या से होगी और इसके बाद नंदीग्राम, सीतामढ़ी, जनकपुर, बक्सर, वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट, नासिक, हम्पी और अंत में दक्षिण भारत के रामेश्वरम द्वीप तक जाएगी, जिसके बाद यह यात्रा दिल्ली लौटकर समाप्त होगी।
आईआरसीटीसी अधिकारियों ने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बड़ा प्रोत्साहन मिला है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु देशभर से इन स्थलों की यात्रा में रुचि दिखा रहे हैं।
आईआरसीटीसी के एक अधिकारी ने कहा, “राम मंदिर के उद्घाटन के बाद से यह हमारी पांचवीं ‘रामायण यात्रा’ है। पहले की सभी यात्राओं को तीर्थयात्रियों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली।”
यात्रा का किराया तृतीय श्रेणी वातानुकूलित यान (थर्ड एसी) के लिए प्रति व्यक्ति 1,17,975 रुपये, द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित यान (सेकेंड एसी) के लिए 1,40,120 रुपये, प्रथम श्रेणी वातानुकूलित यान (फर्स्ट एसी) केबिन के लिए 1,66,380 रुपये और ‘फर्स्ट एसी’ कूप के लिए 1,79,515 रुपये निर्धारित किया गया है।
पैकेज शुल्क में ट्रेन यात्रा, तीन सितारा होटलों में ठहरने की व्यवस्था (सभी श्रेणियों के लिए), शुद्ध शाकाहारी भोजन, वातानुकूलित बसों से यात्रा एवं दर्शन, यात्रा बीमा और आईआरसीटीसी यात्रा प्रबंधक की सेवाएं शामिल हैं।
आईआरसीटीसी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह यात्रा दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से शुरू होगी और आधुनिक सुविधाओं वाली ‘भारत गौरव डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन’ के जरिये संचालित की जाएगी।
इस ट्रेन में दो रेस्त्रां, आधुनिक किचन, कोच में शावर क्यूबिकल्स, सेंसर आधारित शौचालय, फुट मसाजर जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसमें ‘फर्स्ट, ‘सेकंड और थर्ड एसी’ की श्रेणियों में यात्रा की सुविधा होगी। सुरक्षा के लिए प्रत्येक कोच में सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे।
उन्होंने कहा कि यात्रा की शुरुआत अयोध्या से होगी, जहां श्रद्धालु श्रीराम जन्मभूमि मंदिर, हनुमानगढ़ी और राम की पैड़ी (सरयू घाट) का दर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके बाद नंदीग्राम स्थित भारत मंदिर का भ्रमण किया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि अगला पड़ाव बिहार का सीतामढ़ी होगा, जहां यात्री सीता जी के जन्मस्थान और नेपाल के जनकपुर स्थित राम जानकी मंदिर का दर्शन करेंगे।
उन्होंने कहा कि इसके बाद बक्सर में रामरेखा घाट और रामेश्वरनाथ मंदिर, वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर, तुलसी मंदिर, संकट मोचन मंदिर का दर्शन कराया जाएगा और लोग गंगा आरती भी देखेंगे।
आईआरसीटीसी ने बताया कि इसके बाद यात्रियों को प्रयाग, श्रृंगवेरपुर और चित्रकूट की यात्रा सड़क मार्ग से कराई जाएगी, जिसमें रात्रि विश्राम की भी व्यवस्था होगी।
आईआरसीटीसी ने कहा कि इसके बाद ट्रेन महाराष्ट्र के नासिक पहुंचेगी, जहां त्र्यंबकेश्वर मंदिर और पंचवटी क्षेत्र का दर्शन कराया जाएगा। इसके बाद हम्पी में अंजनाद्री पर्वत (हनुमान जी का जन्मस्थान), विट्ठल और विरुपाक्ष मंदिरों का भ्रमण कराया जाएगा।
ट्रेन यात्रा का अंतिम पड़ाव रामेश्वरम होगा, जहां रामनाथस्वामी मंदिर और धनुषकोडी शामिल हैं। यात्रा 17वें दिन दिल्ली लौटकर समाप्त होगी।
भाषा राखी राखी दिलीप
दिलीप