(अदिति खन्ना)
लंदन, पांच जुलाई (भाषा) ब्रिटेन में 80 वर्षीय भीम सेन कोहली की हत्या के मामले में दोषी करार दिये गये 15 वर्षीय किशोर की सात साल की जेल की सजा की ब्रिटेन की अत्यधिक उदार सजा योजना के तहत समीक्षा की जाएगी।
अटॉर्नी जनरल के कार्यालय ने शुक्रवार को कहा कि किशोर की सजा की समीक्षा अपीलीय न्यायालय द्वारा की जाएगी। नाबालिग होने की वजह से किशोर के नाम का खुलासा नहीं किया।
यह निर्णय ब्रिटेन के सॉलिसिटर जनरल द्वारा मामले की विस्तृत समीक्षा के बाद लिया गया है, ताकि यह आंका जा सके कि क्या यह मामला पुनर्समीक्षा की निर्धारित सीमा को पूरा करता है।
अटॉर्नी जनरल के कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सॉलिसिटर जनरल, लूसी रिग्बी केसी एमपी, एक निर्दोष व्यक्ति पर इस हिंसक, कायरतापूर्ण हमले से स्तब्ध हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘वह इस कठिन समय में भीम कोहली के दोस्तों और परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करना चाहती हैं।’
उन्होंने कहा, मामले की विस्तृत समीक्षा करने के बाद, सॉलिसिटर जनरल ने निष्कर्ष निकाला कि 15 वर्षीय लड़के की सजा को अपीलीय न्यायालय में भेजा जा सकता है। अदालत यह निर्धारित करेगी कि सजा बढ़ाई जाए या नहीं।’
इंग्लैंड के पूर्वी लेस्टर स्थित एक पार्क में हुए हमले के मामले में गैर इरादतन हत्या का दोषी पाई गई 13 वर्षीय लड़की को पिछले साल सितबंर में कारावास की सजा नहीं दी गई थी।
भाषा रंजन पवनेश
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