नयी दिल्ली, पांच जुलाई (भाषा) दिल्ली विश्वविद्यालय ने शनिवार को घोषणा की कि साझा सीट आवंटन व्यवस्था (यूजी)-2025 (सीएसएएस-यूजी) के तहत स्नातक प्रवेश प्रक्रिया का दूसरा चरण आठ जुलाई से शुरू होगा।
विश्वविद्यालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, जिन उम्मीदवारों ने पहला चरण पूरा कर लिया है उन्हें अपने पसंद का कार्यक्रम और कॉलेज चुनने के लिए आधिकारिक डैशबोर्ड में लॉग इन करना होगा।
इसके अनुसार, छात्र 14 जुलाई रात 11:59 बजे तक अपनी पसंद के अनुसार कार्यक्रम और कॉलेज का चयन कर सकते हैं। समय सीमा समाप्त होने के बाद इसमें बदलाव नहीं हो पाएगा।
विज्ञप्ति में कहा गया कि जिन अभ्यर्थियों ने सीएसएएस-यूजी के लिए अब तक पंजीकरण नहीं कराया है वे भी आवेदन कर सकेंगे क्योंकि विश्वविद्यालय ने पहले चरण और दूसरे चरण में आवेदन करने के लिए समय सीमा 14 जुलाई तक बढ़ा दी है।
विश्वविद्यालय ने कहा कि छात्रों को अपनी पसंद का पाठ्यक्रम और कॉलेज पसंद करते समय उचित सावधानी बरतनी चाहिए।
विश्वविद्यालय ने कहा कि जो उम्मीदवार सीएसएएस-यूजी के पहले चरण के लिए आवेदन कर चुके हैं, वे भी सुधार कर सकेंगे। पहले चरण में आवेदन कर चुके छात्र रविवार से शुक्रवार (11 जुलाई) रात 11:59 बजे तक अपने आवेदन पत्र में संशोधन कर सकेंगे और यह सुविधा केवल एक ही बार मिलेगी।
विश्वविद्यालय छात्रों को उनकी वरीयता के अनुसार एक अस्थायी रैंक प्रदान करेगा और इसकी घोषणा 15 जुलाई को शाम 5 बजे की जाएगी। उसके बाद 16 जुलाई को रात 11:59 बजे तक छात्र अपनी पसंद के आधार पर बदलाव कर सकेंगे।
विश्वविद्यालय सीएसएएस-यूजी आवंटन सूची 19 जुलाई को शाम पांच बजे घोषित करेगा।
विश्वविद्यालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि अभ्यर्थियों को 21 जुलाई को शाम 4:59 बजे तक आवंटित सीट को ‘‘स्वीकार’’ करना होगा, जिसके बाद कॉलेज 22 जुलाई तक आवेदनों का सत्यापन और अनुमोदन करेंगे। पहले दौर में शुल्क भुगतान की अंतिम तिथि 23 जुलाई है।
इसमें कहा गया कि रिक्त सीटों की जानकारी 24 जुलाई को दी जाएगी तथा छात्र 25 जुलाई तक पसंद के अनुसार दोबारा क्रम तय कर सकेंगे। सीएसएएस आवंटन की दूसरी सूची 28 जुलाई को शाम पांच बजे जारी की जाएगी तथा अभ्यर्थी 30 जुलाई को शाम 4:59 बजे तक अपनी सीटों को स्वीकार कर सकते हैं, इसके बाद 31 जुलाई तक कॉलेज अनुमोदन तथा एक अगस्त तक शुल्क का भुगतान किया जा सकेगा।
विश्वविद्यालय ने अभ्यर्थियों को सलाह दी है कि वे और घोषणाओं और अपडेट के लिए नियमित रूप से आधिकारिक वेबसाइट को देखें। सीटों की उपलब्धता के आधार पर और और चरणों की घोषणा की जा सकती है।
दिल्ली विश्वविद्यालय में एक अगस्त से शैक्षणिक सत्र शुरू होने वाला है। इस वर्ष विश्वविद्यालय के 69 महाविद्यालयों में 79 पाठ्यक्रमों के लिए 71,624 स्नातक सीट उपलब्ध कराई गई हैं।
छात्रों की सुविधा के लिए विश्वविद्यालय ने विषय संयोजन नियमों में संशोधन किया है। अब छात्र या तो एक भाषा और तीन विषयों या दो भाषाओं और दो विषयों के साथ उत्तीर्ण हो सकते हैं और और जिसमें भी उनका सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) अंक सर्वोत्तम होंगे उसे ही माना जाएगा। इसके अलावा बीएससी (प्रतिष्ठा) कार्यक्रमों के लिए सीयूईटी भाषा के प्रश्नपत्र में कम से कम 30 प्रतिशत अंक प्राप्त करने की अनिवार्यता भी हटा दिया गया है।
भाषा प्रीति धीरज
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