बिलासपुर(हिप्र), पांच जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हिमाचल प्रदेश के मंत्री अनिरुद्ध सिंह द्वारा एनएचएआई के एक अधिकारी पर कथित रूप से हमला किए जाने की निंदा करते हुए शनिवार को कहा कि इस घटना ने राज्य सरकार के कानून एवं व्यवस्था की स्थिति से निपटने के तरीके को उजागर कर दिया है।
नड्डा का यह बयान भाजपा द्वारा इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) से हस्तक्षेप की मांग के बाद आया है।
नड्डा ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में सवाल किया, ‘‘जब कानून की रक्षा करने वाले लोग ही मामले को अपने हाथ में ले लेंगे, तो लोगों का क्या होगा?’’
हमले की कथित घटना सोमवार को उस समय घटी, जब पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह शिमला के उपनगरीय क्षेत्र कसुम्पटी के भट्टा कुफ्फार में एक इमारत ढहने वाली जगह का निरीक्षण कर रहे थे और उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों को घटनास्थल पर बुलाया था।
इमारत के मालिक ने एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) और फोर-लेन परियोजना में शामिल कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाया। बाद में शाम को एनएचएआई के अधिकारियों ने आरोप लगाया कि मंत्री ने कमरे के अंदर उनके साथ मारपीट की।
अनिरुद्ध सिंह के खिलाफ मंगलवार को गलत तरीके से रोकने, स्वेच्छा से चोट पहुंचाने, लोक सेवक को उसके कर्तव्य से रोकने के लिए आपराधिक बल का प्रयोग करने तथा जानबूझकर अपमान करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था।
यह मामला एनएचएआई के कर्मचारी जिंदल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि साइट इंजीनियर योगेश को सिंह ने एक कमरे में बुलाया तथा उनकी पिटाई की।
भाषा धीरज दिलीप
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