(फाइल फोटो के साथ)
नयी दिल्ली, छह जुलाई (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के जरिए बिहार के लोगों को उनके मताधिकार से वंचित करने की साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राज्य के मतदाता ‘‘लोकतंत्र और संविधान पर हमले’’ के लिए भाजपा को सबक जरूर सिखाएंगे।
खरगे ने निर्वाचन आयोग द्वारा जारी एक नये विज्ञापन का हवाला दिया, जिसमें बिहार के मतदाताओं से एसआईआर के तहत केवल एक फॉर्म भरने का आग्रह किया गया है। खरगे ने आरोप लगाया कि ‘‘जब जनता का विरोध सामने आता है, तो भाजपा बड़ी चालाकी से कदम पीछे खींच लेती है’’।
खरगे ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग के सहयोग से भाजपा ने बिहार में करोड़ों लोगों के मतदान का अधिकार छीनने का जो ‘मास्टर प्लॉन’ बनाया था, उसमें अब भाजपा खुद फंसती नजर आ रही है।’’
उन्होंने कहा कि पहले दिन से ही कांग्रेस एसआईआर के खिलाफ आवाज उठा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग चुनाव में लगातार मतदान करते रहे हैं, उनसे मतदान के लिए दस्तावेज दिखाने को क्यों कहा जा रहा है?’’
खरगे ने आरोप लगाया, ‘‘गरीब, कमजोर, वंचित, दलित, पीड़ित, पिछड़े लोगों का जबरन मताधिकार छीनना ही भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का षड्यंत्र है।’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि एसआईआर के कारण लगभग आठ करोड़ लोग प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मतदाता सूची को दुरुस्त करने की जिम्मेदारी निर्वाचन आयोग की है, जनता की नहीं।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘जब विपक्ष, जनता और नागरिक समाज की ओर से दबाव बढ़ा तो निर्वाचन आयोग ने आज जल्दबाजी में ये विज्ञापन प्रकाशित कर दिए, जिनमें कहा गया है कि अब सिर्फ फॉर्म भरना होगा और दस्तावेज दिखाने की जरूरत नहीं है।’’
राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने आरोप लगाया, ‘‘यह जनता को बरगलाने और भ्रमित करने की भाजपा की चाल का हिस्सा है। सच तो यह है कि भाजपा ने तय कर लिया है कि वह किसी भी कीमत पर लोकतंत्र को कुचल देगी। लेकिन जब जनता का विरोध सामने आता है तो वह बड़ी चालाकी से एक कदम पीछे खींच लेती है।’’
बिहार को लोकतंत्र की जन्मस्थली बताते हुए खरगे ने कहा कि राज्य के लोग आगामी विधानसभा चुनाव में लोकतंत्र और संविधान पर भाजपा के हमले का जवाब जरूर देंगे।
भाषा
देवेंद्र नरेश
नरेश