नयी दिल्ली, छह जुलाई (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के सेब व्यापारियों को भरोसा दिया कि वह आयात से सुरक्षा की उनकी मांग पर विचार करेंगे।
उन्होंने साथ ही उत्पादकों और उपभोक्ताओं, दोनों के हितों को संतुलित करने की जरूरत पर भी जोर दिया।
गोयल ने कहा कि वह हस्तशिल्प पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को कम करने के लिए हितधारकों के सुझाव पर विचार करेंगे। उद्योग ने जीएसटी को 12 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत करने की मांग की है।
उन्होंने श्रीनगर में एफटीआईआई व्यापारी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ”मैंने उनसे केंद्रीय वित्त मंत्रालय के साथ भी विवरण साझा करने को कहा है। मैं भी बात करूंगा और देखूंगा कि (उत्पादों को) पांच प्रतिशत (जीएसटी) की श्रेणी में कैसे लाया जाए… हम इसका समाधान खोजने की कोशिश करेंगे।”
कश्मीरी सेब के बारे में उन्होंने कहा कि उद्योग ने इस फल पर अधिक सुरक्षा की मांग की है, जिस पर इस समय न्यूनतम आयात मूल्य (एमआईपी) 50 रुपये प्रति किलोग्राम और 50 प्रतिशत आयात शुल्क लगता है।
उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं और किसानों के हितों को संतुलित करने की भी जरूरत है। इस समय भारत घरेलू बाजार में कमी को पूरा करने के लिए हर साल 4.5-5 टन सेब का आयात करता है।
गोयल ने कहा, ”मैं (केंद्रीय) कृषि मंत्रालय से (इस मुद्दे पर) बात करूंगा।” उन्होंने कहा कि भारत नए मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) के तहत भारतीय उद्योग और उपभोक्ताओं के हितों की हमेशा रक्षा करेगा।
भाषा पाण्डेय
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