गुवाहाटी, छह जुलाई (भाषा) कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने असम के दिफू में एक आलीशान इमारत के निर्माण में रविवार को भ्रष्टाचार का आरोप लगाया, जो कथित तौर पर मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के एक ‘‘करीबी मित्र’’ का बताया जाता है।
गोगोई ने कहा कि यह दिल्ली के उस ‘‘शीशमहल’’ से कहीं बड़ा है, जिसमें एक पूर्व मुख्यमंत्री रहते थे।
कांग्रेस की असम इकाई के अध्यक्ष गोगोई ने यह भी दावा किया कि असम में कोई भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्र ‘‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा’’ का पालन नहीं कर रहा है।
उन्होंने ये आरोप एक वीडियो के जरिये लगाये, जिसे कार्बी आंगलोंग जिले के मुख्यालय दीफू में एक निर्माणाधीन इमारत के सामने बनाया गया। यह वीडियो गोगोई के फेसबुक और इंस्टाग्राम हैंडल पर पोस्ट किया गया।
गोगोई ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बंगले को लेकर कथित तौर पर राजनीति की। उन्होंने कहा कि भाजपा ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और दावा किया कि यह एक ‘शीशमहल’ है।
गोगोई ने कहा, ‘‘मैं आज दीफू आया हूं और इस बड़े बंगले के सामने खड़ा हूं। मैंने सुना है कि यह बंगला असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के एक करीबी दोस्त का है। यह दीफू का ‘शीशमहल’ दिल्ली के ‘शीशमहल’ से भी बड़ा लगता है।’’
कांग्रेस नेता गोगोई ने दावा किया कि दीफू में इस ‘‘शीशमहल’ पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं और सवाल किया कि क्या प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग इस पर कुछ करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बताना चाहता हूं कि असम में कोई भी उनके ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा’ के मंत्र का पालन नहीं कर रहा है।’’
असम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद से ही गोगोई असम का व्यापक दौरा कर रहे हैं और अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के वास्ते कांग्रेस को तैयार करने के लिए लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं। उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर राज्य की भाजपा सरकार, उसकी नीतियों, मुख्यमंत्री के सहयोगियों पर निशाना साधा है।
भाषा अमित रंजन
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