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Sunday, July 6, 2025

रेल मंत्री वैष्णव ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की

Newsरेल मंत्री वैष्णव ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की

नयी दिल्ली/कोलकाता/ईटानगर, छह जुलाई (भाषा) केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जयंती पर रविवार को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि समावेशी विकास की उनकी दृष्टि भाजपा-नीत केंद्र की नीतियों में झलकती है।

रेल मंत्री ने दिल्ली गेट स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। वैष्णव ने कहा कि मुखर्जी ने आधुनिक भारत को आकार देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘डॉ. मुखर्जी ने उस समय भारतीय भाषाओं का समर्थन किया, जब अंग्रेजी का बोलबाला था। उनका मानना ​​था कि अपनी मूल भाषा में सीखने से समझ बढ़ती है। यह दृष्टिकोण आज की राष्ट्रीय शिक्षा नीति में परिलक्षित होता है, जिसमें हिंदी और अन्य क्षेत्रीय भाषाएं शामिल हैं।’’

मंत्री ने कहा कि यह मुखर्जी का अनुच्छेद 370 के खिलाफ संघर्ष था, जिसके कारण अंततः 2019 में इसे निरस्त किया गया। उन्होंने कहा कि आज कश्मीर में सड़क और रेल विकास सहित इसे शेष भारत के साथ भावनात्मक और आर्थिक रूप से एकीकृत करने के प्रयास जारी हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जिन भावनाओं के साथ अपने विचार व्यक्त किए थे, उन्हें नरेन्द्र मोदी सरकार ने नीति में तब्दील कर दिया है।’’

इस अवसर पर वैष्णव ने दिल्ली के सभी सांसदों से स्थानीय रेलवे स्टेशनों का निरीक्षण करने और सुधार योजनाएं प्रस्तुत करने का आग्रह किया।

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि जहां कई स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, वहीं डॉ. मुखर्जी ने भारत की एकता और संवैधानिक अखंडता के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया।

अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल के. टी. परनाइक ने ईटानगर में इस अवसर पर कहा कि यह एकता, अखंडता और आत्मनिर्भरता के प्रति राष्ट्र की प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करने का क्षण है।

मुखर्जी की जयंती के अवसर पर वर्ष भर चलने वाले समारोह के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि उनका योगदान राजनीति से परे है और दृढ़ विश्वास, देशभक्ति और परिवर्तनकारी नेतृत्व का एक शक्तिशाली मिश्रण है, जो लोगों को प्रेरित करता रहता है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह अवसर केवल स्मरण मात्र नहीं है। यह कार्रवाई का एक शक्तिशाली आह्वान है, खासकर युवाओं के लिए, ताकि वे मुखर्जी के साहस, दृढ़ विश्वास और नि:स्वार्थ सेवा से प्रेरणा लें।’’

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने अगरतला में कहा कि अगले साल मुखर्जी की 125वीं जयंती के अवसर पर अगरतला टाउन हॉल में मुखर्जी की एक प्रतिमा स्थापित की जाएगी।

भाषा सुभाष सुरेश

सुरेश

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