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रियो डी जेनेरियो, छह जुलाई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि ब्रिक्स आर्थिक सहयोग और वैश्विक कल्याण के लिए एक बड़ी ताकत बना हुआ है।
ब्रिक्स समूह के सदस्य देशों के कई शीर्ष नेता शिखर सम्मलेन के लिए ब्राजील के इस समुद्र तटीय शहर रियो डी जेनेरियो में एकत्र हुए हैं।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लिया। सम्मेलन का आयोजन समूह के वर्तमान अध्यक्ष ब्राजील ने किया है।
ब्रिक्स एक प्रभावशाली समूह के रूप में उभरा है। इसमें दुनिया की 11 प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं वाले देश शामिल हैं।
मूल रूप से ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका से मिलकर बने ब्रिक्स का 2024 में विस्तार किया गया, जिसके तहत मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात को समूह में शामिल किया गया। इंडोनेशिया 2025 में ब्रिक्स में शामिल हुआ।
मोदी पांच देशों के दौरे के चौथे चरण में कल रात यहां पहुंचे थे। इससे पहले वह घाना, त्रिनिदाद एवं टोबैगो और अर्जेंटीना का दौरा कर चुके हैं।
पश्चिम एशिया की स्थिति, रूस-यूक्रेन संघर्ष और ‘ग्लोबल साउथ’ के सामने आने वाली चुनौतियों पर ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रमुखता से चर्चा होने की उम्मीद है।
ब्राजील के राष्ट्रपति की ओर से शिखर सम्मेलन स्थल पर स्वागत किए जाने के बाद मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘रियो डी जेनेरियो में इस वर्ष के ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए राष्ट्रपति लूला का आभारी हूं। ब्रिक्स आर्थिक सहयोग और वैश्विक कल्याण के लिए एक बड़ी ताकत बना हुआ है।’
भारत अगले साल ब्रिक्स की अध्यक्षता संभालेगा।
भाषा जोहेब नरेश
नरेश