कोलकाता, छह जुलाई (भाषा) पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने ‘साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज’ की स्थिति के बारे में ‘‘परेशान करने वाली रिपोर्ट’’ पर रविवार को चिंता जताई।
हाल ही में इस कॉलेज में प्रथम वर्ष की एक छात्रा के साथ एक पूर्व छात्र और उसके दो वरिष्ठों ने कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया था।
बोस कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी थे और यह कॉलेज भी इसी विश्वविद्यालय के अधीन आता है।
राजभवन द्वारा रविवार को जारी एक बयान में बोस के हवाले से कहा गया, ‘‘किसी भी व्यक्ति को चाहे वह कितना भी शक्तिशाली या उसके कितने भी अच्छे संपर्क क्यों न हो, किसी शैक्षणिक संस्थान को बंधक बनाने या हिंसा के तत्वों के साथ अधिनायकवादी शक्ति का प्रयोग करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।’’
उक्त मामले का मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की छात्र शाखा से जुड़ा हुआ है और वह कॉलेज का संविदा कर्मचारी भी था। उसे 25 जून को हुई इस घटना के बाद संस्थान से निकाल दिया गया है।
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से बिना किसी भय के अपनी पढ़ाई जारी रखने का आग्रह किया तथा विश्वास व्यक्त किया कि कॉलेज प्रशासन, विश्वविद्यालय प्राधिकारी तथा कानून प्रवर्तन एजेंसियां उनके कल्याण एवं उनकी रक्षा के लिए एकजुट हैं।
बयान में कहा गया कि बोस ने कुलपति प्रोफेसर सांता दत्ता (डे) से छात्रों के हितों की रक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाने और यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले कॉलेजों का प्रशासन स्थापित नियमों और विनियमों के अनुसार सख्ती से काम करे।
भाषा प्रीति सुरेश
सुरेश