दुबई, छह जुलाई (एपी) यमन के तट पर लाल सागर में रविवार को एक जहाज पर हथियारबंद लोगों ने गोलीबारी की और रॉकेट चालित ग्रेनेड दागे। ब्रिटिश सेना की निगरानी वाले एक समूह ने यह जानकारी दी।
इस हमले की तत्काल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली। यह हमला ऐसे समय हुआ है, जब इजराइल-हमास युद्ध, ईरान-इजराइल युद्ध और ईरानी परमाणु स्थलों पर अमेरिका के हवाई हमलों के बाद पश्चिम एशिया में तनाव चरम पर है।
ब्रिटेन के समुद्री व्यापार संचालन केंद्र ने कहा कि जहाज पर मौजूद सशस्त्र सुरक्षा दलों ने जवाबी गोलीबारी की। उसने कहा, ‘‘प्राधिकारी जांच कर रहे हैं।’’
समुद्री सुरक्षा कंपनी ‘एम्ब्रे’ ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि एक व्यापारिक जहाज पर आठ स्किफ नौकाओं द्वारा हमला उस समय किया गया जब वह लाल सागर में उत्तर की ओर जा रहा था। कंपनी ने कहा कि उसे लगता है कि हमला अब भी जारी है।
अमेरिकी नौसेना की पश्चिम एशिया स्थित 5वीं फ्लीट ने इस मामले से जुड़े सवालों को सैन्य केंद्रीय कमान को भेज दिया, जिसने तुरंत कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
यमन के हूती विद्रोही हाल के समय में क्षेत्र में वाणिज्यिक और सैन्य जहाजों पर मिसाइल और ड्रोन से हमले कर रहे हैं। समूह के नेतृत्व ने इन हमलों को गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ इजराइल के हमले को रोकने का एक प्रयास बताया है।
नवंबर 2023 से जनवरी 2025 के बीच, हूती विद्रोहियों ने 100 से अधिक व्यापारिक जहाजों को मिसाइल और ड्रेान से हमला किया। इन हमलों में दो जहाज डूब गए जबकि चार नाविकों की मौत हुई। इस कारण से लाल सागर मार्ग से व्यापार में भारी गिरावट आयी है। इस मार्ग से हर साल करीब एक हजार अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य का सामान गुजरता है।
हूती विद्रोहियों ने कुछ समय के लिए स्वैच्छिक संघर्षविराम लागू करते हुए हमले रोक दिए थे, लेकिन मध्य मार्च में अमेरिका द्वारा विद्रोहियों के खिलाफ व्यापक हमले शुरू करने के बाद संघर्षविराम समाप्त हो गया।
एपी अमित रंजन
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