अस्ताना, छह जुलाई (भाषा) भारत की महिला मुक्केबाजों ने रविवार को दूसरे विश्व मुक्केबाजी कप में यादगार प्रदर्शन किया जिसमें साक्षी (54 किग्रा), जैस्मीन (57 किग्रा) और नूपुर (+80 किग्रा) ने विपरीत अंदाज में जीत दर्ज कर स्वर्ण पदक अपने नाम किए।
इनके शानदार प्रदर्शन से भारत ने 11 पदक के साथ अभियान समाप्त किया जो इस टूर्नामेंट में देश का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इनमें तीन स्वर्ण, पांच रजत और तीन कांस्य शामिल हैं।
जुगनू (पुरुष 85 किग्रा), पूजा रानी (महिला 80 किग्रा), हितेश गुलिया (पुरुष 70 किग्रा) और अभिनाश जामवाल (पुरुष 65 किग्रा) ने अपने-अपने फाइनल में हारने के बाद रजत पदक के साथ समापन किया।
साक्षी ने महिलाओं के 54 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में अमेरिका की योसलाइन पेरेज के खिलाफ आक्रामक खेल दिखाकर सर्वसम्मत फैसला प्राप्त किया जबकि जैस्मीन ने महिलाओं के 57 किग्रा भार वर्ग में ब्राजील की जुसीलेन सेक्वेरा रोमेउ को 4 – 1 से हराया।
इसके बाद नूपुर ने 80 किग्रा से अधिक के भार वर्ग के फाइनल में कजाकिस्तान की मुक्केबाज येलदाना तालीपोवा की चुनौती को पार करते हुए 5 – 0 से जीत दर्ज की।
अंतिम दिन के पहले सत्र में साक्षी ने भारत के लिए स्वर्ण पदक का खाता खोला।
मीनाक्षी 48 किग्रा के फाइनल में नाजिम काइजेबे से 2-3 से हार गईं।
जुगनू को कजाकिस्तान के बेकजाद नूरदौलेटोव के खिलाफ 0-5 से हार का सामना करना पड़ा जबकि पूजा को आस्ट्रेलिया की एसिटा फ्लिंट के खिलाफ इसी अंतर से शिकस्त मिली।
हितेश ब्राजील के कायन ओलिवेरा के खिलाफ 0-5 से हार गए जबकि जामवाल यूरी फाल्काओ के खिलाफ 2-3 से हार गए।
संजू (महिला 60 किग्रा), निखिल दुबे (पुरुष 75 किग्रा) और नरेंद्र (पुरुष 90+ किग्रा) ने कांस्य पदक के साथ समापन किया।
भाषा नमिता
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