भोपाल, सात जुलाई (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि राज्य सरकार दुग्ध उत्पादन बढ़ाकर किसानों और पशुपालकों की आर्थिक प्रगति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
यादव ने रविवार को पशुपालन एवं डेयरी विकास विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि राज्य के 50 प्रतिशत गांवों को दूध संग्रहण नेटवर्क के अंतर्गत लाने की रणनीति पर काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘किसानों और पशुपालकों की प्रगति की पहल के तहत 381 नई दुग्ध सहकारी समितियों का गठन कर 9,500 दुग्ध उत्पादकों को सहकारी डेयरी प्रणाली से जोड़ा गया है।’’
बैठक के दौरान यादव को दूध संग्रहण बढ़ाने, दुधारू पशुओं की नस्ल सुधारने, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की मदद से देशी नस्ल के पशुओं के लिए मॉडल फार्म विकसित करने और मप्र के ‘सांची’ दूध ब्रांड की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए प्रदेश में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी गई।
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को भोपाल दुग्ध संघ के अंतर्गत बछिया पालन केंद्र की स्थापना और किसानों से खरीदे गए दूध के मूल्य का समय पर भुगतान किए जाने की जानकारी भी दी। संघों ने दूध के दाम 2.5 रुपये से बढ़ाकर छह रुपये प्रति लीटर कर दिए हैं।
अधिकारी ने बताया कि जबलपुर और ग्वालियर में दो दुग्ध संघों द्वारा दूध संग्रहण में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है। अधिकारी ने बताया कि दुग्ध उत्पादकों के लंबित भुगतान के लिए जबलपुर और ग्वालियर दुग्ध संघों को 2-2 करोड़ रुपये की कार्यशील पूंजी भी उपलब्ध कराई गई है।
भाषा दिमो नरेश अजय
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