… अमित कुमार दास…
नयी दिल्ली, सात जुलाई (भाषा) भारतीय बैडमिंटन की उभरती खिलाड़ी तन्वी शर्मा भविष्य में बीडब्ल्यूएफ के बड़े टूर्नामेंटों में दमदार प्रदर्शन करने के लिए नेट के बेहतर इस्तेमाल और खेल की गति को बढ़ाने पर ध्यान दे रही है लेकिन उसका तात्कालिक लक्ष्य इस साल एशियाई जूनियर और विश्व जूनियर चैंपियनशिप का खिताब जीतना है। पंजाब की 16 वर्षीय तन्वी पिछले महीने यूएस ओपन सुपर 300 में उपविजेता रहकर बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर फाइनल में पहुंचने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय बनीं। तन्वी ने पीटीआई को दिये साक्षात्कार पर कहा, ‘‘यह मेरे लिए एक अद्भुत सप्ताह था। मैं इससे खुश हूं लेकिन अब मैं अपने दूसरे टूर्नामेंटों पर ध्यान केंद्रित कर रही हूं। मुझे 500 और 750 स्तर की स्पर्धाओं में भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की उम्मीद है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इस टूर्नामेंट (यूएस ओपन) में मेरा खेल बहुत आक्रामक था। मेरी ‘मूवमेंट’ बहुत तेज थी और मेरे ‘स्मैश’ बहुत अच्छे थे। उस प्रदर्शन ने मुझे बहुत प्रेरित किया।’’ तन्वी की मां वॉलीबॉल खिलाड़ी रही हैं। तन्वी ने बैडमिंटन रैकेट उठाने के साथ ही प्रभावित करना शुरू कर दिया। तन्वी की बड़ी बहन राधिका भी बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। वह अंडर-15 और अंडर-17 स्तर पर राष्ट्रीय चैंपियन बनीं और फिर 2022 में अंडर-19 में उपविजेता रही। इस खिलाड़ी ने चीन में पिछले साल अंडर-15 जूनियर चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल करने के बाद कोटक इंडिया इंटरनेशनल का खिताब जीता। वह इसके बाद गुवाहाटी में हुए सीनियर राष्ट्रीय टूर्नामेंट की उपविजेता रही। वह 18 से 22 जुलाई तक इंडोनेशिया में होने वाली आगामी एशियाई जूनियर चैंपियनशिप और 13 से 19 अक्टूबर तक गुवाहाटी में होने वाली विश्व जूनियर चैंपियनशिप में अपनी दमदार प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त हैं। होशियारपुर में जन्मी इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘मैं एशियाई जूनियर और विश्व जूनियर को लेकर आश्वस्त हूं। विश्व जूनियर गुवाहाटी स्थित राष्ट्रीय केंद्र में हो रहे हैं, जहां मैं अभ्यास करती हूं। इसलिए मुझे अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ पदक की उम्मीद है।’’ उसने कहा, ‘‘मेरा ध्यान अभी जूनियर वर्ग की इन दोनों प्रतियोगिताओं पर है। मैं इसके बाद जूनियर वर्ग में खेलना बंद कर दूंगी और सीनियर वर्ग में 500 और 300 स्तर की प्रतियोगिताओं पर ध्यान केंद्रित करूंगी।’’ तन्वी ने कहा कि यूएस ओपन के फाइनल में पहुंचने से उन्हें विश्वास हो गया है कि वह दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर सकती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मैं यह कर सकती हूं। मेरे लिए यह मुश्किल नहीं है। मुझे अपना नेट गेम सुधारना है और मैं अभी उसी पर ध्यान केंद्रित कर रही हूं।’’ भाषा आनन्द सुधीरसुधीर