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Tuesday, July 8, 2025

पहले एनएसआर प्री-डॉक फेलो ने पीएचडी पूरी की, आईआईएम बैंगलोर के लिए मील का पत्थर

Newsपहले एनएसआर प्री-डॉक फेलो ने पीएचडी पूरी की, आईआईएम बैंगलोर के लिए मील का पत्थर

बेंगलुरु, सात जुलाई (भाषा) मुहम्मद सादिक टी. भारतीय प्रबंधन संस्थान, बेंगलुरु (आईआईएम-बी) में एनएस रामास्वामी प्री-डॉक्टोरल फेलोशिप (एनएसआर प्री-डॉक) के तहत डॉक्टरेट की डिग्री पूरी करने वाले पहले फेलो बन गए हैं, जो संस्थान के एक वर्षीय, पूर्णकालिक, पूर्ण वित्तपोषित, गहन-शोध कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

आईआईएम-बी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि 2018-19 में पहले एनएसआर प्री-डॉक बैच का हिस्सा रहे सादिक ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास में अपनी डॉक्टरेट थीसिस सफलतापूर्वक पेश की और आगामी आईआईएमबी दीक्षांत समारोह में उन्हें औपचारिक रूप से पीएचडी प्रदान की जाएगी।

विज्ञप्ति में एनएसआर प्री-डॉक कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रोफेसर अनिल बी सूरज के हवाले से कहा गया है, ‘मौजूदा समय में हमारे 51 प्री-डॉक फेलो ने दुनियाभर में पीएचडी कार्यक्रमों में दाखिला हासिल किया है। यह किसी प्री-डॉक फेलो को प्रदान की गई पहली पीएचडी है। हमें विश्वास है कि इस तरह की कई और उपलब्धियां सामने आएंगी।’

सादिक ने प्रोफेसर साजी के. मैथ्यू के मार्गदर्शन में आईआईटी मद्रास के प्रबंधन अध्ययन विभाग से सूचना प्रणाली में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की।

उनकी थीसिस सोशल मीडिया पर गलत सूचना के प्रसार के लिए जिम्मेदार प्रमुख घटकों और नियंत्रण रणनीतियों की पड़ताल करती है, एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग मंचों पर गलत सूचना पर लगाम लगाने के लिए डिजिटल नज की प्रभावशीलता का आकलन करती है और उन सामाजिक-मनोवैज्ञानिक कारकों का पता लगाती है, जो उपयोगकर्ताओं को स्वास्थ्य संबंधी गलत सूचना साझा करने के लिए प्रेरित करते हैं।

एनएसआर प्री-डॉक्टोरल फेलोशिप एक अद्वितीय, पूर्णतः वित्तपोषित प्रशिक्षुता कार्यक्रम है, जिसे प्रबंधन अनुसंधान में विविधता बढ़ाने तथा भारत और विदेश में अग्रणी संस्थानों में डॉक्टरेट अध्ययन के लिए फेलो तैयार करने के वास्ते डिजाइन किया गया है।

भाषा पारुल सुरेश

सुरेश

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