दुबई, सात जुलाई (भाषा) इजराइल की सेना ने सोमवार तड़के यमन के हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले बंदरगाहों और प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए। जवाब में हूती विद्रोहियों ने भी इजराइल पर बड़ी संख्या में मिसाइल दागीं।
इजराइल ने हूती विद्रोहियों के लाल सागर में लाइबेरियाई झंडे वाले मालवाहक जहाज ‘मैजिक सीज’ को निशाना बनाने के बाद यह हमला किया। हूती विद्रोहियों के हमले से जहाज में आग लग गई थी और वह डूबने लगा था, जिसके कारण चालक दल को बाद में उसे छोड़ना पड़ा था।
हूती विद्रोहियों ने सोमवार दोपहर ‘मैजिक सीज’ पर हमले की जिम्मेदारी ली, जिसमें मिसाइल और विस्फोटक ले जाने वाली ड्रोन नौकाओं ने लाल सागर में जहाज को आग लगा दी।
‘मैजिक सीज’ को निशाना बनाए जाने से लाल सागर में जहाजों के खिलाफ हूती विद्रोहियों के हमले एक बार फिर शुरू होने की आशंका बढ़ गई है। इसके साथ ही अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के भी विद्रोहियों के खिलाफ हवाई हमले दोबारा शुरू करने का जोखिम पैदा हो गया है।
‘मैजिक सीज’ पर हमला ऐसे समय में हुआ है, जब पश्चिम एशिया में इजराइल और हमास के बीच संभावित युद्ध-विराम अधर में लटका हुआ है और ईरान इस बात पर विचार कर रहा है कि इजराइल के साथ युद्ध के दौरान अमेरिका के उसके (ईरान के) सबसे संवेदनशील परमाणु स्थलों को निशाना बनाकर हवाई हमले करने के बाद उसे अपने परमाणु कार्यक्रम पर वार्ता फिर से शुरू करनी चाहिए या नहीं।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने के लिए वाशिंगटन जा रहे हैं।
इजराइली सेना ने कहा कि ‘मैजिक सीज’ पर हमले के बाद उसने हुदेदा, रास ईसा और सालिफ में हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले बंदरगाहों के साथ-साथ रास कनातिब बिजली संयंत्र को भी निशाना बनाया।
इजराइली सेना ने हमले के लिए इजराइल से एक एफ-16 लड़ाकू विमान के उड़ान भरने का फुटेज भी जारी किया।
उसने कहा, ‘हूती आतंकवादी इन बंदरगाहों का इस्तेमाल ईरानी शासन से मिलने वाले हथियारों की आपूर्ति के लिए करते हैं। इन हथियारों का इस्तेमाल इजरायल और उसके सहयोगियों के खिलाफ आतंकवादी अभियान चलाने के लिए किया जाता है।’
इजराइली सेना ने कहा कि उसने ‘गैलेक्सी लीडर’ नाम के वाहन ढोने वाले जहाज पर भी हमला किया, जिस पर हूती विद्रोहियों ने नवंबर 2023 में कब्जा कर लिया था, जब उन्होंने इजराइल-हमास युद्ध को लेकर लाल सागर गलियारे में अपने हमले शुरू किए थे।
उसने कहा, ‘हूती विद्रोहियों ने जहाज पर एक राडार प्रणाली स्थापित की थी, जिसका इस्तेमाल वे अंतरराष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र में जहाजों पर नजर रखने के लिए करते थे, ताकि आगे की आतंकवादी वारदातों को अंजाम दिया जा सके।’
हूती विद्रोहियों ने ‘गैलेक्सी लीडर’ पर हमले की पुष्टि की। हालांकि, उन्होंने हमले में हुए नुकसान के बारे में कुछ नहीं कहा।
एपी पारुल माधव
माधव