मुंबई, सात जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र में एक कार्यक्रम में ‘जय गुजरात’ का नारा लगाने के कारण उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के विपक्ष के निशाने पर आने के कुछ दिनों बाद, उनकी पार्टी शिवसेना के सांसद प्रताप जाधव को भी मुंबई को पड़ोसी राज्य (गुजरात) की पूर्व राजधानी कहने को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री जाधव ने रविवार को धाराशिव जिले में पत्रकारों से बातचीत में कहा था, ‘ऐसे मुद्दों पर राजनीति की कोई जरूरत नहीं है। गुजरात हमारा पड़ोसी राज्य है। वह पाकिस्तान में नहीं है।’ जाधव ने कहा कि संयुक्त महाराष्ट्र (आंदोलन) के दौरान मुंबई गुजरात की राजधानी भी थी।
शिवसेना (उबाठा) की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने जाधव की टिप्पणी पर आपत्ति जतायी।
उन्होंने सोमवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘यह व्यक्ति केंद्र में राज्यमंत्री है। यह ऐसा व्यक्ति भी है, जिसने 50 खोके के लिए अपनी पार्टी के नेतृत्व को धोखा दिया। यह व्यक्ति महाराष्ट्र की जय गुजरात पार्टी का भी हिस्सा है। कोई आश्चर्य नहीं कि इस व्यक्ति ने अपने आकाओं को खुश करने के लिए मतिभ्रमित करना और इतिहास बनाना शुरू कर दिया हो।’’
शिवसेना (उबाठा) विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा कि जाधव की टिप्पणी महाराष्ट्र के प्रति नफरत दिखाती है।
शिंदे ने पिछले सप्ताह पुणे में एक कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की तारीफ की थी और अपने भाषण का समापन इन नारों के साथ किया था: “जय हिंद, जय महाराष्ट्र, जय गुजरात।”
विपक्षी सदस्यों ने उन पर निशाना साधते हुए उन पर “सत्ता का लालची” होने का आरोप लगाया, क्योंकि अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात से हैं, लेकिन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिंदे का बचाव करते हुए कहा, “सिर्फ इसलिए कि शिंदे ने ‘जय गुजरात’ कहा, इसका मतलब यह नहीं है कि शिंदे महाराष्ट्र से अधिक गुजरात से प्यार करते हैं।”
भाषा अमित सुरेश
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