मुंबई, सात जुलाई (भाषा) वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने के बीच अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया सोमवार को 54 पैसे लुढ़ककर 85.94 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि अमेरिकी व्यापार शुल्क पर अनिश्चितताओं के बीच घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी के रुख के कारण रुपये पर और दबाव पड़ा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.53 पर खुला। दिन में 85.51 से 86.03 प्रति डॉलर के दायरे में कारोबार करने के बाद अंत में यह 85.94 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से 54 पैसे की गिरावट है।
रुपया शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले 15 पैसे की तेजी के साथ 85.40 पर बंद हुआ था।
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख एवं कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा कि अगस्त में उत्पादन में वृद्धि और सितंबर में उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद के बावजूद सऊदी अरब के एशियाई आपूर्ति के लिए कच्चे तेल की कीमतें बढ़ाने के कारण पेट्रोलियम कंपनियों और आयातकों की लगातार डॉलर खरीद से रुपये में गिरावट आई।
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिकी प्रशासन की शुल्क की नौ जुलाई की समयसीमा नजदीक आ रही है और भारत-अमेरिका व्यापार समझौता होने का कोई संकेत नहीं है… रुपया गिर गया है, क्योंकि बाजार को उम्मीद नहीं है कि यह सौदा जल्द हो पाएगा और अमेरिका भारत के निर्यात पर अतिरिक्त शुल्क लगा सकता है।’’
राष्ट्रपति ट्रंप ने साथ ही ब्रिक्स समूह की ‘‘अमेरिका विरोधी नीतियों’’ का साथ देने वाले देशों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की धमकी दी है। ब्रिक्स समूह में शामिल देशों के नेता छह-सात जुलाई को 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए ब्राजील में हैं।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा कि रुपये में गिरावट का मुख्य कारण अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा हाल ही में ब्रिक्स देशों पर संभावित अतिरिक्त 10 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा के बाद बाजार धारणा कमजोर है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.24 प्रतिशत की बढ़त के साथ 97.41 पर पहुंच गया।
घरेलू शेयर बाजार में सेंसेक्स 9.61 अंक की बढ़त के साथ 83,442.50 अंक पर रहा। वहीं निफ्टी 25,461.30 अंक पर लगभग स्थिर रुख के साथ बंद हुआ।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.26 प्रतिशत की बढ़त के साथ 68.48 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने सोमवार को शुद्ध रूप से 321.16 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा राजेश राजेश अजय
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